- कंपनी को वित्त वर्ष 2024-25 में उसे लगभग 80 लाख डॉलर का नुकसान हुआ नई दिल्ली (ईएमएस)। मुंबई स्थित दवा कंपनी वॉकहार्ट ने अमेरिकी जेनेरिक दवाओं के कारोबार से बाहर निकलने का फैसला किया है। कंपनी ने कहा कि उसका यह कदम एक नवाचार-संचालित दवा उद्यम के रूप में खुद को पुनः स्थापित करने की दीर्घकालिक रणनीति का हिस्सा है। वॉकहार्ट अब एंटीबायोटिक्स और जैविक दवाओं, खासकर मधुमेह के इलाज में उपयोगी इंसुलिन जैसे उत्पादों के विकास पर ध्यान केंद्रित करेगी। कंपनी ने एक बयान में बताया कि अमेरिकी जेनेरिक कारोबार पिछले कई वर्षों से घाटे में चल रहा था और वित्त वर्ष 2024-25 में उसे लगभग 80 लाख डॉलर का नुकसान हुआ। इस घाटे और व्यापक रणनीतिक समीक्षा के बाद, कंपनी ने अमेरिकी बाजार से पूरी तरह हटने का निर्णय लिया है। इसके तहत वॉकहार्ट ने अमेरिकी दिवाला कानून के तहत अपनी दो अमेरिकी अनुषंगी कंपनियों मॉर्टन ग्रोव फार्मास्युटिकल्स और वॉकहार्ट यूएसए एलएलसी को स्वैच्छिक परिसमापन में डाल दिया है। वॉकहार्ट का मानना है कि यह निर्णय उसके अनुसंधान और नवाचार के एजेंडे को सशक्त बनाएगा। कंपनी का फोकस अब वैश्विक स्तर पर नई एंटीबायोटिक दवाओं की खोज और मधुमेह के इलाज में आधुनिक जैविक दवाओं के विकास पर रहेगा। हालांकि कंपनी अमेरिकी जेनेरिक कारोबार से हट रही है, लेकिन उसने स्पष्ट किया है कि वह भारत, ब्रिटेन, आयरलैंड और अन्य क्षेत्रों में अपने मजबूत संचालन को जारी रखेगी और वहां के व्यवसायों को और सशक्त बनाएगी। सतीश मोरे/12जुलाई ---