राष्ट्रीय
12-Jul-2025


नई दिल्ली,(ईएमएस)। दिल्ली-एनसीआर समेत हरियाणा के झज्जर और रोहतक जिले में शुक्रवार शाम को भी भूकंप के झटके लगे। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.7 मापी गई है। भूकंप के झटकों से अफरा-तफरी मच गई। दिल्ली और हरियाणा में धरती हिलते ही लोग घबराकर अपने घरों से बाहर आ गए। भूकंप का केंद्र झज्जर बताया जा रहा है। स्थानीय लोगों के मुताबिक भूकंप के झटके थोड़ी देर तक महसूस किए गए, लेकिन इससे दहशत का माहौल पैदा हो गया। हालांकि, जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक हरियाणा के झज्जर में शुक्रवार शाम 8 बजे के करीब 3.7 तीव्रता का भूकंप आया। इसकी गहराई जमीन से 10 किलोमीटर नीचे थी। बता दें झज्जर, दिल्ली से करीब 60 किलोमीटर दूर स्थित है। इस क्षेत्र में लगातार दूसरे दिन भूकंप के झटके महसूस किए गए। गुरुवार सुबह 9:04 बजे दिल्ली और झज्जर में 4.4 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसकी वजह से लोगों में डर और घबराहट पैदा हो गई थी। गुरुवार को भूकंप के झटके करीब 10 सेकंड तक महसूस किए गए थे। विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली-एनसीआर और झज्जर क्षेत्र में कुछ एक्टिव फॉल्ट लाइनें मौजूद हैं, जिनमें समय-समय पर धरती में हलचल होती है। ये भूगर्भीय गतिविधियां आम हैं, लेकिन इन पर नजर रखना और सतर्क रहना जरूरी है। गुरुवार को झज्जर में आया भूकंप 4.4 तीव्रता का था। ऐसे बड़े झटकों के बाद आमतौर पर कुछ दिन तक आफ्टरशॉक्स आते रहते हैं। हालांकि अभी तक किसी बड़े नुकसान की सूचना नहीं है, फिर भी विशेषज्ञों ने भूकंप सुरक्षा नियमों का पालन करने की सलाह दी है, खासकर बहुमंजिला इमारतों और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में। भूवैज्ञानिकों के मुताबिक ये क्षेत्र हिमालय की टेक्टोनिक हलचलों और स्थानीय भूगर्भीय गतिविधियों दोनों से प्रभावित होता है। महेन्द्रगढ़-देहरादून फॉल्ट जैसी लाइनें स्थिर भारतीय प्लेट और हिमालयन फ्रंटल थ्रस्ट के बीच कड़ी बनाती हैं, जहां तनाव पैदा होता रहता है। हाल में 11 जुलाई को झज्जर में आया 3.7 तीव्रता का भूकंप संभवतः इसी महेन्द्रगढ़-देहरादून फॉल्ट के कारण आया होगा ऐसा कह सकते हैं। सिराज/ईएमएस 12जुलाई25