कोरबा (ईएमएस) कोरबा अंचल के सर्वमंगला बायपास नहर मार्ग से ही सावन मास में श्रद्धालु ऐतिहासिक प्राचीन कनकेश्वर धाम जलाभिषेक करने पैदल व वाहनों से पहुंचते हैं। बीते दिनों मूसलाधार बारिश से पानी के साथ रोड किनारे चिन्हित बसाहट स्थल की मिट्टी सड़क पर बही थी। इससे चालकों को आवाजाही में परेशानी होने पर चंद्रनगर जटराज के युवाओं ने आंदोलन की चेतावनी दी थी। इसके बाद आनन-फानन में सड़क की मिट्टी हटाई गई। सावन महीने की शुरूआत हो गई है। कनकी के प्राचीन कनकेश्वर मंदिर में जलाभिषेक करने भक्तों की भीड़ जुटती है। कोरबा जिले समेत आसपास के जिलों से भी श्रद्धालु मंदिर पहुंचते हैं। शहर समेत उपनगर व आसपास बसे गांवों के अनेक शिव भक्त सर्वमंगला बायपास नहर मार्ग से होकर कनकेश्वर धाम कनकी पहुंचते हैं। इसी मार्ग से कावड़ियों का दल भी गुजरता हैं। सर्वमंगला मंदिर से लगभग तीन किलोमीटर आगे एसईसीएल कुसमुंडा माइंस विस्तार से प्रभावित चंद्रनगर जटराज के प्रभावितों के लिए प्रबंधन ने बसाहट स्थल चिन्हित किया है। पूर्व का यह कुसमुंडा खदान का डंपिंग एरिया भी है, जिसकी मिट्टी को काटकर समतलीकरण कराया गया है। बारिश होने पर मिट्टी सड़क पर बहने से आवाजाही में परेशानी के बाद अब जाकर हटाई गई है। बारिश थमने पर सड़क सूखने से उड़ती धूल से चालक परेशान थे। अब शिव भक्तों को भी आवाजाही में राहत मिलेगी। 14 जुलाई / मित्तल