14-Jul-2025
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इंदौर (ईएमएस)। इंदौर जिले में कलेक्टर के निर्देश पर पेट्रोल पंपों पर उपभोक्ताओं को मिल रही सुविधाओं और पेट्रोल-डीजल की गुणवत्ता-माप की जांच के लिए सघन अभियान जारी है। इसी कड़ी में सोमवार को खाद्य विभाग के जांच दल ने नेमावर रोड, पालदा स्थित जियो बीपी के धर्मावत पेट्रोलियम कंपनी पेट्रोल पंप पर औचक निरीक्षण किया। इस दौरान, न केवल स्टॉक में गंभीर अनियमितता पाई गई, बल्कि पर्यावरण नियमों की अनदेखी करते हुए पीयूसी (प्रदूषण नियंत्रण) केंद्र भी गायब मिला, जिस पर तत्काल प्रकरण दर्ज किया गया है। जिला आपूर्ति नियंत्रक एम.एल. मारू ने बताया कि जांच के दौरान पेट्रोल पंप पर दो भूमिगत टैंक पाए गए। इनमें से एक एमएस (पेट्रोल) क्षमता 20 kl (20,000 लीटर) और दूसरा एचएसडी (डीजल) क्षमता 40 kl (40,000 लीटर) का था। घनत्व परीक्षण में दोनों टैंकों का ईंधन सही पाया गया। हालांकि, एचएसडी (डीजल) के 40 kl वाले टैंक में भंडारित मात्रा शासन द्वारा निर्धारित छूट सीमा से अधिक पाई गई, जो संदेहास्पद थी। इस अनियमितता के कारण अधिकारियों ने 5169 लीटर एचएसडी (डीजल) का पूरा स्टॉक जब्त कर लिया। मौके पर एचएसडी के तीन नमूने भी लिए गए हैं, जिन्हें प्रयोगशाला जांच के लिए भेजा जा रहा है। निरीक्षण के दौरान पंप पर पीयूसी (प्रदूषण नियंत्रण) केंद्र स्थापित नहीं पाया गया, जबकि जिला टास्क फोर्स ने 20 जून 2025 को सभी पेट्रोल पंपों को 15 दिन के भीतर पीयूसी स्थापित करने के सख्त निर्देश दिए थे और चेतावनी दी थी कि ऐसा न करने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस उल्लंघन के लिए पंप पर प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है। इतना ही नहीं, जांच दल को पंप पर शौचालय में भी ताला लगा मिला, जो उपभोक्ताओं के लिए अनिवार्य सुविधा है। पेट्रोल पंप के पार्टनर/मालिक सौरभ धर्मावत और पंचों की उपस्थिति में यह जांच कार्रवाई सहायक आपूर्ति अधिकारी सुश्री कल्पना परामाणिक, कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी राहुल शर्मा और सुश्री सुचिता दुबे द्वारा की गई। कलेक्टर आशीष सिंह ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि पेट्रोल पंपों पर उपभोक्ताओं को निःशुल्क स्वच्छ पीने का पानी, निःशुल्क हवा भरने की मशीन की सुविधा, और शौचालय की व्यवस्था देना अनिवार्य है। इसमें किसी भी प्रकार की अव्यवस्था पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इंदौर जिले में पेट्रोल पंपों के निरीक्षण और जांच का यह अभियान लगातार जारी रहेगा। प्रकाश/14 जुलाई 2025