राज्य
16-Jul-2025


अब एनएचएआई के फॉर्मूल पर होगा सडक़ों का मेंटेनेंस भोपाल(ईएमएस)। मानसून के इस दौर में मप्र की खराब सडक़ें बड़ा मुद्दा बनी हुई हैं। ऐसे में सडक़ों के गड्ढों को लेकर हो रही किरकिरी से परेशान लोक निर्माण विभाग अब मेंटेनेंस के लिए एनएचएआई का फॉर्मूला अपनाएगा। इस फार्मूले में सडक़ों का सुधार समय-समय पर होता रहेगा और इससे लोगों को गड्ढों से निजात मिलती रहेगी। प्रदेश के पुल और सडक़ निर्माण प्रमुख अभियंता और एमपीआरडीसी के एमडी को इस व्यवस्था के आधार पर सडक़ों का ब्यौरा भेजने के लिए कहा गया है ताकि सरकार सडक़ों को शार्ट टर्म और परफार्मेंस बेस्ड कैटेगरी में शामिल कर उसकी मॉनिटरिंग करा सके। लोक निर्माण विभाग के द्वारा इसको लेकर जारी निर्देश में कहा गया है कि सडक़ों की मरम्मत के लिए भारत सरकार के राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय द्वारा एसटीएमसी (शार्ट टर्म मेंटेनेंस कांट्रैक्ट) और पीबीएमसी (परफार्मेंस बेस्ड मेंटेनेंस कांट्रेक्ट) में काम कराया जाता है। एमपी की सडक़ों के मामले में भी यही व्यवस्था लागू की जाएगी। प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग सुखवीर सिंह ने कहा कि इस व्यवस्था के बाद सडक़ें टूटने और गड्ढे होने पर त्वरित मेंटेनेंस होगा तो लोगों को परेशानी से निजात मिलेगी। इसके लिए प्रदेश भर में इन कैटेगरी वाली सडक़ों की सूची तैयार कर 31 जुलाई तक विभाग को सूचना देने को कहा है। प्रमुख सचिव ने कहा कि यह व्यवस्था लगातार प्रभावी होने के बाद सडक़ों के खराब होने पर ठेकेदार तुरंत सुधार का काम कराएंगे और सडक़ों की क्वालिटी भी सुधरेगी। सरकार ने मांगी जानकारी सडक़ों को लेकर सरकार ने कई तरह की जानकारी मांगी है। जिसमें सडक़ की वर्तमान स्थिति कैसी है। पहले किस तरह का काम हुआ है, नई सडक़ बनी है या उसका मजबूती करण हुआ है या फिर नवीनीकरण हुआ है। भविष्य में सडक़ निर्माण की कार्ययोजना क्या है। विनोद उपाध्याय / 16 जुलाई, 2025