राष्ट्रीय
21-Jul-2025


मुंबई(ईएमएस)। महाराष्ट्र की राजनीति में भीतर ही भीतर सियासी खिचड़ी पक रही है, लेकिन राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे इसकी किसी को भनक लगने देना नहीं चाहते। इसके बाद भी सियासी खिचड़ी पके और खुश्बू न आए कैसे हो सकता है। इसी बीच महाराष्ट्र के जल संसाधन मंत्री गिरीश महाजन ने रविवार को दावा दिया कि विपक्षी खेमे के कुछ सांसद, विशेषकर शिवसेना (यूबीटी) के सांसद, भाजपा के संपर्क में हैं और संकेत दिया कि आने वाले दिनों में संसद में पार्टी का संख्याबल बढ़ेगा। शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए भाजपा नेता ने कहा कि महाराष्ट्र में ‘ठाकरे ब्रांड अपनी प्रासंगिकता खो चुका है। महाजन ने सोलापुर जिले के प्रसिद्ध पंढरपुर मंदिर में दर्शन करने के बाद संवाददाताओं से कहा, भाजपा के सांसदों की संख्या और बढ़ेगी। पहले चार सांसद हमारे संपर्क में थे, अब तीन और के जुड़ने की संभावना है। ये सांसद विभिन्न दलों के हैं, लेकिन अधिकतर शिवसेना (यूबीटी) गुट से हैं। सामना के कार्यकारी संपादक संजय राउत के साथ एक साक्षात्कार में, उद्धव ने कहा है कि ठाकरे केवल एक ‘ब्रांड’नहीं है, बल्कि महाराष्ट्र, मराठी मानुस और हिंदू गौरव की पहचान है। महाजन ने कहा, ठाकरे ब्रांड बहुत पहले ही अपनी प्रासंगिकता खो चुका है। बालासाहेब ठाकरे असली शिवसेना के नेता थे, लेकिन 2019 में उद्धव ठाकरे के कांग्रेस के साथ गठबंधन करने के बाद स्थिति बदल गई। उन्होंने बालासाहेब की विचारधारा को त्याग दिया। तभी ठाकरे ब्रांड का अस्तित्व समाप्त हो गया। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रविवार को उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए रोम के सम्राट नीरो का जिक्र किया। शिवसेना प्रमुख शिंदे ने उद्धव का नाम लिए बिना कहा, यह अजीब बात है कि कुछ लोग तब भी जश्न मना रहे हैं, जब लोग उनकी पार्टी (शिवसेना-उबाठा) छोड़ रहे हैं। हमने इस तरह का व्यवहार पहले कभी नहीं देखा। ‘जब रोम जल रहा था, नीरो बांसुरी बजा रहा था। उन्होंने विपक्ष के चुनाव हारने पर निर्वाचन आयोग की चुनिंदा आलोचना पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि आत्मनिरीक्षण करने के बजाय, कुछ नेता सिर्फ आरोप-प्रत्यारोप में लगे हैं और दूसरों को कोस रहे हैं। वीरेंद्र/ईएमएस/21जुलाई2025