नई दिल्ली(ईएमएस)। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान विपक्ष से कौन बोलेगा यह सरकार तय नहीं कर सकती है और सरकार से कौन बोलेगा, यह विपक्ष तय नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि सारे मुद्दे हमने सुने और उस पर विचार करेंगे लेकिन एक साथ सब पर चर्चा नहीं हो सकती है. पहले ऑपरेशन सिंदूर पर चचा होगी और अगले विषय के बारे में बाद में तय किया जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को कब बोलना है, यह विपक्ष तय नहीं कर सकता है. सरकार की ओर से चर्चा की शुरुआत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कर सकते हैं. साथ ही इस चर्चा में गृह मंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री एस जयशंकर भी हिस्सा लेंगे. इस चर्चा के लिए 16 घंटे का समय निर्धारित किया गया है. विपक्ष ने मांग की थी कि पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा होनी चाहिए. किरेन रिजिजू ने कहा कि हम पहले दिन से तैयार थे. हमने बीएसी में भी कहा कि हम चर्चा को तैयार हैं. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर विपक्ष ने पहले दिन से हंगामा किया है, तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया और सदन को चलने नहीं दिया. उन्होंने कहा कि पहले सप्ताह में केवल एक ही बिल पास कर पाए हैं. इस दौरान संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि मेरी विपक्ष से अपील है कि संसद में गतिरोध न करें. नियम के तहत कोई भी मुद्दा उठा सकते हैं. आज बीएसी में निर्णय हुआ है कि ऑपरेशन सिंदूर पर विशेष चर्चा सोमवार को होगी. उन्होंने कहा कि सोमवार से संसद अच्छे से चले इस पर सब दलों में सहमति बनी है. अन्य मुद्दों पर हम खुले मन से नियम के तहत चर्चा को तैयार हैं. सुबोध\२५\०७\२०२५