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31-Jul-2025
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देश में आंतकवाद कांग्रेस की तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति के चलते नई दिल्ली,(ईएमएस)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर हुई चर्चा के दौरान कांग्रेस पर तीखा हमला बोला और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) तथा आतंकवाद के मुद्दे पर जमकर निशाना साधा। केंद्रीय गृहमंत्री शाह ने दो टूक कहा कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) कांग्रेस की देन है और वापस लेने का काम भाजपा ही करेगी। उन्होंने देश में आतंकवाद के फैलने का बड़ा कारण कांग्रेस की तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति को बताया। गृह मंत्री ने सुरक्षाबलों द्वारा पहलगाम में ऑपरेशन महादेव के तहत आतंकियों को मार गिराने का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि हर-हर महादेव केवल एक धार्मिक नारा नहीं, बल्कि सुरक्षाबलों का उद्घोष है, जो उनके साहस और संकल्प को दिखाता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दृढ़ संकल्प कश्मीर को आतंकवाद से पूरी तरह मुक्त करना है। अमित शाह ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर में आतंकियों के आकाओं को नष्ट किया गया, जबकि ऑपरेशन महादेव में पहलगाम में निर्दोषों की हत्या करने वाले आतंकियों को खत्म किया गया। शाह ने तीनों सेनाओं के शौर्य को सम्मान देकर बताया कि कैबिनेट कमिटी ऑन सिक्योरिटी (सीसीएस) की बैठक में सेना को पूर्ण कार्रवाई की छूट दी गई थी। उन्होंने बताया कि 7 मई को भारतीय सेना ने पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किया, जिसमें लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिद्दीन के ठिकाने शामिल थे। गृह मंत्री शाह ने बताया कि 8 मई को पाकिस्तान द्वारा भारतीय रिहायशी इलाकों पर गोलीबारी और सैन्य ठिकानों पर मिसाइल तथा ड्रोन हमलों का भी जिक्र किया। इसके जवाब में, 9 मई को भारतीय सेना ने पाकिस्तान के आठ एयरबेस और एयर डिफेंस सिस्टम को ध्वस्त कर दिया, जिसके बाद पाकिस्तान घुटनों पर आ गया और उसने भारत से हमले रोकने की मांग की। अमित शाह ने स्पष्ट किया कि भारत का उद्देश्य युद्ध नहीं, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई था। जब अमित शाह जवाब देने उठे, विपक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सदन में आकर जवाब देने की मांग की। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि प्रधानमंत्री के संसद परिसर में मौजूद होने के बावजूद सदन में न आना सदन का अपमान है। विपक्ष के विरोध के कारण सदन में हंगामा हुआ और विपक्ष ने वॉकआउट कर दिया। अमित शाह ने सदन को सूचित किया कि प्रधानमंत्री अपने कार्यालय में मौजूद हैं। आशीष दुबे / 31 जुलाई 2025