02-Aug-2025
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हरिद्वार (ईएमएस)। मुख्य विकास अधिकारी हरिद्वार, श्रीमती आकांक्षा कोण्डे के नेतृत्व में जनपद हरिद्वार में ग्रामोत्थान द्धरीपऋ परियोजना के अंतर्गत अल्ट्रा पूवर सपोर्ट, फार्म एवं नॉन-फार्म एंटरप्राइजेज और सीबीओ स्तर के उद्यमों की स्थापना के सतत प्रयास किए जा रहे हैं। इन्हीं प्रयासों की एक प्रेरणादायक मिसाल हैं दृ ग्राम ठसका, विकासखंड नारसन की श्रीमती पुष्पा। एकता स्वयं सहायता समूह की सदस्य श्रीमती पुष्पा, जो सपना सीएलएफ से जुड़ी हुई हैं, कभी जीवन में कठिनाइयों और आर्थिक तंगी से जूझ रही थीं। लेकिन एनआरएलएम से जुड़ाव ने उन्हें आत्मनिर्भरता की राह दिखाई। ग्रामोत्थान परियोजना से जुड़े स्टाफ के निरंतर मार्गदर्शन और सहयोग से उन्होंने डेयरी व्यवसाय की शुरुआत का संकल्प लिया। वित्तीय वर्ष 2024-25 में परियोजना अंतर्गत तैयार किए गए व्यवसाय योजना के आधार पर उन्हें बैंक से 1,50,000 का ऋण स्वीकृत हुआ, जिसमें 75,000 स्वयं का निवेश और 75,000 ग्रामोत्थान परियोजना का अंशदान रहा। इस सहायता से उन्होंने दो भैंसें खरीदीं और नियमित रूप से दूध उत्पादन प्रारंभ किया। श्रीमती पुष्पा प्रतिदिन लगभग 14 लीटर दूध निकालती हैं, जिसमें से 12 लीटर की बिक्री कर वे हर महीने 13,000 से 14,000 की शु) आय अर्जित कर रही हैं। इस आमदनी से वे न केवल अपने परिवार की जरूरतें पूरी कर रही हैं, बल्कि आर्थिक रूप से सशक्त होकर समाज में आत्मसम्मान के साथ जीवन यापन कर रही हैं। श्रीमती पुष्पा ने अपनी सफलता का श्रेय ग्रामोत्थान परियोजना और जिला प्रशासन को देते हुए कहा कि यदि सही मार्गदर्शन, योजनाब) सहायता और आत्मविश्वास हो, तो ग्रामीण महिलाएं भी आत्मनिर्भरता की चमकती मिसाल बन सकती हैं। (फोटो-09) शैलेन्द्र नेगी/ईएमएस/02 अगस्त 2025