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06-Aug-2025
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नई दिल्ली,(ईएमएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को राजधानी दिल्ली के कर्तव्य पथ पर कर्तव्य भवन-03 का उद्घाटन किया। यह भवन बहुप्रतीक्षित सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट का हिस्सा है और कॉमन सेंट्रल सेक्रेटरिएट (सीएसएस) की 10 प्रस्तावित इमारतों में से पहली है। इस ऐतिहासिक पहल का उद्देश्य मंत्रालयों को एकीकृत कर प्रशासनिक कामकाज में तेजी लाना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्त्व्य भवन-03 के उद्घाटन अवसर पर कहा, कि यह केवल एक इमारत नहीं, बल्कि “न्यू इंडिया के न्यू गवर्नेंस मॉडल का प्रतीक है।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि इससे विभागों के बीच समन्वय बेहतर होगा और फाइलों के लंबे इंतज़ार को खत्म किया जा सकेगा। कर्तव्य भवन का निर्माण देश की नौकरशाही को आधुनिक, कुशल और केंद्रीकृत रूप में लाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। भवन में गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, ग्रामीण विकास, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई), कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी), पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय और प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार (पीएसए) जैसे प्रमुख विभागों के कार्यालय होंगे। सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट 2019 में शुरू हुए इस महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत राजधानी के राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक के 3.2 किमी क्षेत्र को पुनर्विकसित किया जा रहा है। इस क्षेत्र को ही सेंट्रल विस्टा कहा जाता है। इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत अब तक देश को नया संसद भवन मिल चुका है, और आगामी वर्षों में प्रधानमंत्री आवास, उपराष्ट्रपति आवास, राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय और कुल 51 मंत्रालयों को समाहित करने वाले 10 केंद्रीय सचिवालय भवन प्रस्तावित हैं। हिदायत/ईएमएस 06अगस्त25