-कांग्रेस की वोट अधिकार रैली को किया संबोधित बैंगलुरु,(ईएमएस)। कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चुनाव आयोग पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, कि यदि चुनाव आयोग डेटा उपलब्ध करा दे तो साबित किया जा सकता है कि मोदी वोट चुराकर प्रधानमंत्री बने हैं। राहुल गांधी बैंगलुरु के फ्रीडम पार्क में आयोजित कांग्रेस की ‘वोट अधिकार रैली’ को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी मंच पर मौजूद थे। यहां राहुल गांधी ने कहा, कि 25 सीटें ऐसी हैं जहां भाजपा ने 35,000 या उससे कम वोटों के अंतर से जीत दर्ज की। अगर हमें चुनाव आयोग से इलेक्ट्रॉनिक डेटा और वीडियोग्राफी मिल जाए, तो हम साबित कर सकते हैं कि मोदी वोट चोरी कर प्रधानमंत्री बने हैं। वहीं राहुल गांधी ने दावा किया कि जब जनता वोटर्स डेटा पर सवाल करने लगी तो चुनाव आयोग ने राजस्थान और उत्तर प्रदेश की वेबसाइट बंद कर दी। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग मेरी बातों और सवालों पर हलफनामा मांगता है। लेकिन मैंने तो संसद में संविधान की शपथ ली है। ये शपथ सबसे बड़ी है। अगर वोटर डेटा देने से मना कर रहे हैं, तो ये अपराध है। रैली में राहुल गांधी ने जोर देकर कहा कि वोट की चोरी सिर्फ एक चुनावी धांधली नहीं, बल्कि संविधान और लोकतंत्र से धोखा है। उन्होंने कहा, कि संविधान में गांधी, नेहरू, पटेल की आवाज है। जो इसे खत्म करना चाहते हैं, वे देश के गुनहगार हैं। वक्त बदलेगा तो उन्हें सजा जरूर मिलेगी। उन्होंने कहा कि संविधान सभी नागरिकों को वोट देने का अधिकार देता है, लेकिन अब उस अधिकार को संस्थागत तौर पर छीना जा रहा है। एक करोड़ अतिरिक्त वोट का आरोप राहुल गांधी ने महाराष्ट्र के विधानसभा चुनावों का जिक्र करते हुए कहा, कि लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन ने अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन कुछ ही महीनों बाद विधानसभा में भाजपा की जीत होती है। जांच में सामने आया कि विधानसभा चुनाव में एक करोड़ नए वोटरों ने मतदान किया। इस प्रकार राहुल गांधी की ‘वोट अधिकार रैली’ के दौरान चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली को कटघरे में खड़े करने जैसे बयान दे दिए हैं। इस लड़ाई को कांग्रेस ने लोकतंत्र की रक्षा की लड़ाई बताया है। हिदायत/ईएमएस 08अगस्त25