09-Aug-2025
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मुंबई (ईएमएस)। तीन साल पहले रिलीज फिल्म ‘सीता रामम’ की प्रेम कहानी की भावनात्मक गूंज आज भी दर्शकों के दिलों में जिंदा है। फिल्म में अभिनेत्री मृणाल ठाकुर ने सीता महालक्ष्मी के किरदार में जान फूंक दी थी। मृणाल ठाकुर ने न सिर्फ प्रेम की खूबसूरती को उकेरा, बल्कि उससे जुड़ी पीड़ा, इंतजार और समर्पण जैसे जज़्बातों को भी पूरे यकीन के साथ पर्दे पर उतारा। हनु राघवपुडी द्वारा निर्देशित ‘सीता रामम’ ने एक ऐसी प्रेम कहानी सुनाई जो समय, दूरी और हालात की सीमाओं को पार करती है। मृणाल के अभिनय की सबसे बड़ी ताकत उनकी सादगी और भावनात्मक ईमानदारी थी, जिसने हर दृश्य को जीवन्त बना दिया। दुलकर सलमान के साथ उनकी केमिस्ट्री ने इस कहानी को और भी प्रभावशाली बना दिया। दोनों की जोड़ी ने उन तमाम दृश्यों को खास बना दिया जो दर्शकों के दिलों को छूते हैं और उन्हें भावुक कर देते हैं। फिल्म की कामयाबी केवल इसके अभिनय तक सीमित नहीं रही। इसकी पटकथा, संवाद, आत्मा को छूने वाला संगीत और विज़ुअल प्रस्तुति – सबने मिलकर इसे एक समृद्ध सिनेमाई अनुभव में बदल दिया। ‘सीता रामम’ ने बॉक्स ऑफिस पर भी करीब रुपए 100 करोड़ की कमाई की और समीक्षकों से भी प्रशंसा बटोरी। मृणाल ठाकुर के करियर के लिए यह फिल्म एक मील का पत्थर साबित हुई, जिसमें उन्होंने अपने अभिनय की परिपक्वता और गहराई को पूरी शिद्दत से पेश किया। ‘सीता रामम’ आज भी प्रेम, बलिदान और भावना की एक अनमोल मिसाल बनी हुई है, जो हर बार देखने पर उतनी ही ताजगी और भावनात्मक असर के साथ सामने आती है। रिलीज़ के तीन साल बाद भी इस फिल्म को जिस तरह से दर्शक याद करते हैं, वह साबित करता है कि यह सिर्फ एक फिल्म नहीं बल्कि एक अनुभव बन चुकी है। इसे अब एक कल्ट क्लासिक का दर्जा मिल चुका है – एक ऐसी फिल्म जिसे हर पीढ़ी अपने तरीके से महसूस करती है। सुदामा/ईएमएस 09 अगस्त 2025