वॉशिंगटन (ईएमएस)। जो महिलाएं ब्रा का इस्तेमाल करती है उनके ब्रेस्ट के पास या ब्रा स्ट्रैप वाली जगह की स्किन काली पड़ने लगती है। इससे कई महिलाएं घबरा जाती है कि कहीं यह कैंसर जैसी गंभीर रोग तो नहीं। यह महिलाओं में पाई जाने वाली आम समस्या है। गर्मियों में पसीना और टाइट ब्रा पहनने से यह समस्या और ज्यादा बढ़ जाती है। ऐसे में कई बार यह सवाल उठता है कि क्या यह ब्रेस्ट कैंसर का लक्षण हो सकता है? हालांकि यह डर स्वाभाविक है, लेकिन जरूरी है कि इस बदलाव के पीछे के कारण को समझा जाए। दरअसल, यह त्वचा के काले पड़ने की समस्या ज्यादातर फ्रिक्शनल मेलानोसिस के कारण होती है। जब टाइट या गलत साइज की ब्रा पहनने से स्किन पर बार-बार रगड़ होती है, तो त्वचा में मेलेनिन का उत्पादन बढ़ जाता है। इसके चलते स्किन का रंग गहरा हो जाता है। इसके अलावा गर्मी और पसीने के कारण उस हिस्से में फंगल इन्फेक्शन भी हो सकता है, जिससे स्किन और ज्यादा काली दिख सकती है। यह बदलाव आमतौर पर ब्रेस्ट कैंसर से नहीं जुड़ा होता। लेकिन अगर इसके साथ कुछ अन्य लक्षण भी दिखें, तो डॉक्टर से परामर्श जरूर लेना चाहिए। जैसे – ब्रेस्ट में गांठ, निप्पल से डिस्चार्ज, त्वचा पर डिंपल या सूजन, लगातार दर्द, या ब्रेस्ट के आकार में बदलाव। इन लक्षणों की मौजूदगी में जांच कराना जरूरी हो जाता है। यदि केवल स्किन डार्क हो रही है और अन्य कोई लक्षण नहीं हैं, तो यह चिंता की बात नहीं है। इस परेशानी से बचाव के लिए कुछ आसान उपाय अपनाए जा सकते हैं। सबसे पहले, सही साइज की ब्रा पहनें और टाइट ब्रा से बचें। कॉटन ब्रा का इस्तेमाल करें, क्योंकि यह पसीने को जल्दी सोखती है। रोज ब्रा बदलें और उस हिस्से को साफ और सूखा रखें। त्वचा को मॉइस्चराइज़ करने के लिए एलोवेरा जेल या हल्के लोशन का इस्तेमाल करें। धूप में निकलते वक्त सनस्क्रीन लगाएं। अगर खुजली या बदबू हो रही हो, तो डॉक्टर की सलाह से एंटी-फंगल क्रीम लगाएं। सुदामा/ईएमएस 09 अगस्त 2025