- सेंसेक्स 765.47 अंक गिरकर बंद हुआ - निफ्टी 232.85 अंक टूटकर बंद हुआ मुंबई (ईएमएस)। भारतीय शेयर बाजार में 8 अगस्त को एक बार फिर तेज गिरावट देखने को मिली। अमेरिकी टैरिफ को लेकर बढ़ती चिंताओं और विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली ने बाजार पर दबाव बनाए रखा। बीएसई सेंसेक्स 765.47 अंक गिरकर बंद हुआ, जबकि एनएसई निफ्टी 232.85 अंक टूटकर बंद हुआ। यह लगातार छठा हफ्ता है जब निफ्टी गिरावट के साथ बंद हुआ है, जो पिछली बार 2020 में कोविड काल के दौरान देखा गया था। हफ्ते की शुरुआत सोमवार को कमजोरी के साथ हुई, सेंसेक्स ने दिन में ऊंचे स्तर 82,200 को छुआ, लेकिन अंत में हल्की बढ़त के साथ बंद हुआ। निफ्टी भी शुरुआती गिरावट से उबरकर 25,090.70 पर बंद हुआ। मंगलवार को बाजार ने सकारात्मक शुरुआत की, लेकिन दिन के अंत तक दोनों प्रमुख सूचकांक गिरावट में बंद हुए। बुधवार को अमेरिका और जापान के बीच व्यापार समझौते की खबर से बाजार में मजबूती लौटी और सेंसेक्स 539.83 अंक की उछाल के साथ 82,726.64 पर बंद हुआ। निफ्टी भी 159 अंक चढ़कर 25,219.90 पर पहुंचा। गुरुवार को एक बार फिर बाजार में कमजोरी देखने को मिली। विदेशी फंड्स की बिकवाली और कुछ बड़ी कंपनियों में गिरावट के कारण सेंसेक्स 542.47 अंक लुढ़क गया। निफ्टी में भी 157.80 अंकों की गिरावट आई। शुक्रवार को बजाज फाइनेंस और अन्य प्रमुख शेयरों में बिकवाली के चलते सेंसेक्स 765.47 अंक गिरकर 81,463.09 पर और निफ्टी 232.85 अंक टूटकर 24,837.00 पर बंद हुआ। कमजोर वैश्विक संकेतों और एफआईआई की बिकवाली से निवेशकों का भरोसा डगमगाया है। विश्लेषकों का मानना है कि जब तक वैश्विक स्थिति स्थिर नहीं होती और एफआईआई की बिकवाली थमती नहीं, बाजार में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है। सतीश मोरे/09अगस्त ---