- पीएम मोदी के साथ फोटो स्टंट करना चाहते थे ट्रंप नई दिल्ली(ईएमएस)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपनी नोबेल शांति पुरस्कार की चाहत में दुनिया के लड़ते-झगड़ते नेताओं के साथ फोटो खिंचवा रहे हैं। पिछले हफ्ते उन्होंने अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव और आर्मेनिया के प्रधानमंत्री निकोल पशिनयान को एक फ्रेम में लाकर शांतिदूत बनने की कोशिश की। अब वो रूस के व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के वोलोदिमीर जेलेंस्की को अलास्का में एक साथ लाने की जुगत में हैं। लेकिन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस चाल में ट्रंप को चकमा दे दिया। इसी कारण वो जून में पाकिस्तान के आर्मी चीफ असीम मुनीर के साथ फोटो-स्टंट के जाल में नहीं फंसे। क्या है ट्रंप का फोटो स्टंट प्लान ट्रंप का दूसरा कार्यकाल युद्ध और शांति के अजब ही खेल से चल रहा है। एक तरफ वे हर व्यापारिक साझेदार पर टैरिफ का बोझ डाल रहे हैं, दूसरी तरफ नोबेल शांति पुरस्कार के लिए फोटो जुटाने में भी लगे हैं। हाल ही में उन्होंने अजरबैजान और आर्मेनिया के नेताओं के साथ फोटो खिंचवाकर अपने शांति दूत वाली छवि पेश की। इसके बाद अब उनकी नजर पुतिन और जेलेंस्की के साथ फोटो खिंचवाने में है। लेकिन मोदी ने ट्रंप के भारत-पाकिस्तान के साथ ऐसी कोई फोटो लेने की उनकी चाल को नाकामयाव कर दिया। हुआ यूं कि 17 जून को ट्रंप ने मोदी से कनाडा में जी7 समिट से लौटते वक्त अमेरिका में रुकने की गुजारिश की। उस वक्त ट्रंप पाकिस्तान के आर्मी चीफ असीम मुनीर की मेजबानी कर रहे थे। ये वही समय था, जब भारत और पाकिस्तान के बीच ऑपरेशन सिंदूर और मिनी-वॉर के बाद तनाव था। फोटो-स्टंट उनके नोबेल शांति पुरस्कार की रेस का हिस्सा है। हालांकि ट्रंप ने कहा कि वे नोबेल की चाहत नहीं रखते बल्कि सिर्फ लोगों की जिंदगी बचाना चाहते हैं। व्हाइट हाउस अब जेलेंस्की को अलास्का बुलाने की प्लानिंग कर रहा है, जहां ट्रंप इस हफ्ते पुतिन से मिलेंगे। एक सीनियर अमेरिकी अधिकारी के अनुसार सभी को उम्मीद है कि ये त्रिपक्षीय मुलाकात होगी। हाल ही में सोशल मीडिया पर जारी एक वीडियो याद होगा जिसमें जेलेंस्की को ट्रंप और उनके डिप्टी जेडी वेंस ने व्हाइट हाउस में सार्वजनिक रूप से फटकार लगाई थी। अब जेलेंस्की चिंतित हैं कि ट्रंप-पुतिन की मुलाकात 3.5 साल पुराने यूक्रेन-रूस युद्ध को खत्म करने की शर्तें थोप सकती है्। लेकिन यूक्रेन अमेरिका के समर्थन के बिना युद्ध नहीं लड़ सकता, इसलिए जेलेंस्की ट्रंप को ना नहीं कह सकते जैसा पीएम मोदी ने किया। ईएमएस / 11 अगस्त, 2025