राज्य
19-Aug-2025
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-समर्थन मूल्य पर मूंग व उड़द बेचने वाले किसान परेशान भोपाल (ईएमएस)। मप्र सरकार इस साल किसानों से समर्थन मूल्य पर 8 हजार 682 प्रति क्विंटल की दर से मूंग और 7400 प्रति क्विंटल के भाव से उड़द खरीद रही है। प्रदेश में लाखों किसानों ने दोनों फसलों को बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है। वहीं अभी तक करीब पौने तीन लाख किसानों ने अपनी उपज को समर्थन मूल्य पर बेच दिया है। लेकिन किसानों के सामने परेशानी यह है कि अभी तक आधे किसानों को भुगतान नहीं हो पाया है। चूंकि मूंग की फसल में लागत अधिक लगती है। किसानों का कहना है कि वे बाजार से पैसे लेते हैं और फिर मूंग की खेती करते हैं। पैसा इस शर्त पर लेते हैं कि मूंग की फसल बेचकर लौटा देंगे। लेकिन इस बार देरी से खरीदी शुरू हुई और जब उपज बेची तो उसका पूरा भुगतान भी समय पर नहीं मिला। आर्थिक तंगी के कारण कई ने उधार के रुपर्यो से रक्षाबंधन पर्व मनाया। 1.38 लाख किसानों के 3398 करोड़ अटके जानकारी के अनुसार प्रदेश के 1.38 लाख किसानों के 3398 करोड़ रुपए अटके हुए हैं। यह राशि गर्मी की मूंग व उड़द खरीदी की है, जो प्रदेश के 36 जिलों में समर्थन मूल्य पर खरीदी गई, लेकिन समय पर 100 फीसदी भुगतान नहीं हुआ। प्रदेश के 36 जिलों में तीन लाख से अधिक किसानों ने गर्मी की मूंग व उड़द की फसल ली थी। इसमें से 2.74 लाख किसानों ने समर्थन मूल्य पर इन फसलों को बेच दिया। बीते 3 अगस्त तक की खरीदी व भुगतान रिपोर्ट के अनुसार इनमें से 1 लाख 38 हजार 200 किसानों को पूरा भुगतान नहीं मिला। इंदौर को छोड़ दें तो कोई भी जिला ऐसा नहीं है, जहां किसानों का भुगतान न अटका हो। नर्मदापुरम-नरसिंहपुर के भुगतान सबसे अधिक लटके भुगतान अटकाने वाले जिलों में नर्मदापुरम व नरसिंहपुर टॉप पर है। अकेले नर्मदापुरम जिले ने ही 31 हजार से अधिक किसानों के 907 करोड़ अटकाए। जबकि नरसिंहपुर जिले के 27 हजार से अधिक किसानों के 598 करोड़ रुपए का भुगतान होना बाकी है। हरदा के 27 हजार से अधिक किसानों के 376 करोड़ रुपए, रायसेन के 15हजार से अधिक किसानों के 485 करोड़ रुपए, नरसिंहपुर के 9हजार से अधिक किसानों के 598 करोड़ रुपए, देवास के 8 हजार से अधिक किसानों के 114 करोड़ रुपए, सागर के 1 हजार से अधिक किसानों के 222 करोड़ रुपए, दमोह के 4हजार से अधिक किसानों के 86 करोड़ रुपए, खंडवा के 5हजार से अधिक किसानों के 25 करोड़ रुपए, बैतूल के 2हजार से अधिक किसानों के 57 करोड़ रुपए और कटनी के 2 हजार से अधिक किसानों के 56 करोड़ रुपए अटके हैं। विनोद / 19 अगस्त 25