वाशिंगटन(ईएमएस)। बीते रोज यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदीमीर जेलेंस्की और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ यूरोपीय नेताओं की हुई बैठक में चर्चा कई बिंदुओं पर हुई है लेकिन आखिरी नतीजा क्या निकला फिलहाल स्पष्ट नही है। समाधान क्या होगा ये साई रुसी राष्ट्रपति और यूक्रेनी राष्ट्रपति की आपसी चर्चा के बाद ही पता चलेगा। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदीमीर जेलेंस्की ने बताया कि उनकी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से व्हाइट हाउस (ओवल ऑफिस) में एक नक्शे को लेकर लंबी बातचीत हुई। उस नक्शे में यूक्रेन के वे हिस्से दिखाए गए थे, जिन पर रूस ने कब्जा किया है। जेलेंस्की ने कहा कि उन्होंने नक्शे में दिखाए गए प्रतिशत पर आपत्ति जताई, क्योंकि वे इस स्थिति को अच्छी तरह जानते हैं। हालांकि इस मुद्दे पर दोनों नेताओं के बीच गर्मजोशी और गंभीरता से चर्चा हुई। उन्होंने आगे कहा, यह कहना संभव नहीं है कि इस बार इतना क्षेत्र कब्ज़ा कर लिया गया है। ये बिंदु महत्वपूर्ण हैं। इसी बीच, ट्रंप ने सोशल मीडिया मंच ‘ट्रुथ सोशल’ पर लिखा कि जेलेंस्की अगर कुछ शर्तें मान लें, तो युद्ध तुरंत ख़त्म हो सकता है। इनमें से एक शर्त यह भी है कि 2014 में रूस द्वारा कब्जा किए गए क्रीमिया प्रांत को वापस पाने की कोशिश न की जाए। (क्रीमिया को अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों ने कभी रूस का हिस्सा नहीं माना।) नाटो प्रमुख मार्क रुट ने कहा कि यूरोपीय नेताओं ने यूक्रेन की सीमाओं को बदलने पर कोई चर्चा नहीं की। यह फैसला सिर्फ़ यूक्रेन के राष्ट्रपति का होगा और अगर बातचीत आगे बढ़ती है तो इसे रूस के राष्ट्रपति पुतिन के साथ त्रिपक्षीय बैठक में उठाया जा सकता है। रुट ने कहा कि किसी भी सीमा या इलाके पर चर्चा तभी होगी, जब सभी देश सुरक्षा की गारंटी तय कर लें। इस बीच, जर्मनी के चांसलर फ्रेडरिक मर्ज़ ने बताया कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप से फोन पर बात करते हुए अगले दो हफ्तों में ज़ेलेंस्की से मिलने की सहमति दी है। हालांकि बैठक कहाँ होगी, यह तय नहीं हुआ है। बाद में जब जेलेंस्की ने ट्रंप और यूरोपीय नेताओं से मुलाकात की, तो उन्होंने फिर नक्शे का ज़िक्र किया। ज़ेलेंस्की ने मज़ाक करते हुए कहा, मैं सोच रहा हूँ, इसे वापस कैसे लिया जाए। इस पर ट्रंप ने जवाब दिया, हम तुम्हें एक नक्शा दे देंगे। असल मुद्दा यह है कि रूस यूक्रेन के किन हिस्सों पर कब्जा बनाए रखेगा और भविष्य में किन क्षेत्रों पर उसका नियंत्रण रहेगा। यही शांति वार्ता में सबसे बड़ा सवाल है। रूस चाहता है कि यूक्रेन, पूर्वी इलाके डोनबास को छोड़ दे और इसके बदले युद्धविराम हो। लेकिन ज़ेलेंस्की इसके लिए तैयार नहीं हैं। वीरेंद्र/ईएमएस 20 अगस्त 2025