राज्य
04-Sep-2025


मुंबई, (ईएमएस)। जहाँ शब्द रुक जाते हैं, वहाँ पुलिस का कर्तव्य बोलता है, मुंबई की वर्सोवा पुलिस ने एक बार फिर मानवीय कार्य का सर्वोत्तम पक्ष साबित किया है तथा इस मुहावरे के अनुरूप एक उदाहरण प्रस्तुत किया है। दरअसल मुंबई में अपनी मां को बताकर खेलने के लिए निकला 10 साल का एक लड़का वापस घर लौटते समय रास्ता भूल गया जिससे वह भटक गया। चूंकि वह बोल नहीं सकता था, इसलिए वह कुछ कह भी नहीं सका, इस वजह से लड़के के घर न आने पर परिवार को चिंता हुई। जब पुलिस में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई गई, तो वर्सोवा पुलिस ने त्वरित कार्रवाई दिखाई और लापता नाबालिग लड़के की तलाश कर उसे परिवार को सौंप दिया। यह घटना मुंबई के वर्सोवा पुलिस स्टेशन क्षेत्र में हुई और लापता लड़के का नाम कार्तिक दिलीप कामत (10) है। मिली जानकारी के अनुसार 31 अगस्त को शाम लगभग साढ़े चार बजे कार्तिक खेलने के लिए घर से बाहर गया था। लेकिन घर लौटते समय वह रास्ता भटक गया और घर नहीं लौटा। जब लड़का घर नहीं आया, तो परिवार ने हर जगह खोजा। पर कार्तिक कहीं नहीं मिला। आख़िरकार उसके पिता ने वर्सोवा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। लड़के के लापता होने की शिकायत मिलने के बाद, पुलिस ने तकनीकी उपकरणों और सीसीटीवी फुटेज की मदद से तलाशी अभियान शुरू किया। वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक दीपशिखा वारे के मार्गदर्शन में, पुलिस निरीक्षक थेटे, पुलिस निरीक्षक दाभोलकर, पुलिस उपनिरीक्षक निकम, पुलिस हवलदार पवार और पुलिस सिपाही इनामदार ने कार्तिक की तलाश में कड़ी मेहनत की। आख़िरकार पुलिस ने लड़के को सकुशल ढूंढ निकाला। इसके बाद, उसे उसके माता-पिता को सौंप दिया गया। जिसके बाद माता-पिता ने भी राहत की सांस ली। पुलिस की तत्परता से उनका लापता लड़का सकुशल मिल गया। स्वेता/संतोष झा- ०४ सितंबर/२०२५/ईएमएस