09-Sep-2025
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-आज युवाओं में अपनी कमियों को लेकर है असुरक्षा और हीनभावना नई दिल्ली,(ईएमएस)। बदलती जीवनशैली में लोग मानसिक रुप से बीमार हो रहे हैं। खासकर युवा तनाव और अवसाद जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं। अब यह समस्या व्यक्तिगत नहीं, बल्कि सामाजिक चुनौती बनती जा रही है। आज के युवा कम उम्र से ही सफल करियर बनाने का भारी दबाव होता है। हर कोई सबसे आगे निकलना चाहता है, जिससे परीक्षा का तनाव, अंकों की चिंता और भविष्य की अनिश्चितता उन्हें मानसिक रूप से थका देती है। यह दबाव इतना होता है कि कई बार वे अपनी पसंद और रुचियों को भी अनदेखा कर देते हैं। सोशल मीडिया ने हमारे जीवन पर बहुत असर डाला है। युवा सोशल मीडिया पर दूसरों की फिल्टर की हुई जिंदगी देखते हैं और उनसे अपनी तुलना करते हैं। इससे उनमें अपनी कमियों को लेकर असुरक्षा और हीनभावना पैदा हो रही है। आधुनिक जीवनशैली में परिवार और दोस्तों से दूर रहना एक आम बात हो गई है। काम और पढ़ाई के लिए अक्सर युवा अपने घर से दूर चले जाते हैं, जहां वे अकेलेपन का शिकार होते हैं। परिवार का भावनात्मक सहारा न मिलने से वे अपनी समस्याओं को किसी से साझा नहीं कर पाते, जिससे तनाव और अवसाद की भावनाएं और गहरी हो जाती हैं। बता दें मानसिक स्वास्थ्य का सीधा संबंध शारीरिक स्वास्थ्य से होता है। जंक फूड का अधिक सेवन, रात में देर तक जागना, नींद की कमी और शारीरिक गतिविधि का अभाव युवाओं के दिमाग और शरीर दोनों को प्रभावित करता है। ये आदतें न सिर्फ़ शारीरिक, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी कमजोर बना रही हैं। अभी भी समय है आप अपनी जीवनशैली में सुधार करें तनाव से मुक्त होकर सोचे और आगे बढ़े। सिराज/ईएमएस 09 सितंबर 2025