नई दिल्ली,(ईएमएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार सुबह दिल्ली के यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर में इंडिया मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी) 2025 के 9वें संस्करण का उद्घाटन किया। यह एशिया का सबसे बड़ा टेलीकॉम, मीडिया और टेक्नोलॉजी इवेंट है, जिसमें भारत सहित 150 से अधिक देशों के प्रतिनिधि और कंपनियां हिस्सा ले रही हैं। कार्यक्रम का आयोजन डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन (डीओटी) और सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीओएआई) द्वारा संयुक्त रूप से किया गया है। इस साल का थीम “इनोवेट टू ट्रांसफॉर्म” है। उद्घाटन समारोह में केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि भारत की दूरसंचार क्रांति आज चार ‘डी’ यानी डेमोक्रेसी, डेमोग्राफी, डिजिटल फर्स्ट और डिलीवरी पर आधारित है। उन्होंने कहा, 2014 में 1 जीबी डेटा की कीमत 287 रुपये थी, जो आज घटकर मात्र 9.11 रुपये रह गई है। यह बदलाव केवल तकनीकी नहीं बल्कि एक विकसित भारत की क्रांति है। सिंधिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत अब ‘टेक्नोलॉजी फॉलोअर’ नहीं, बल्कि ‘डिजिटल ध्वजवाहक’ बन गया है। उन्होंने कहा, कि आज दुनिया के 20 से ज्यादा देश भारत के डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर (डीपीआई) मॉडल को अपनाने पर चर्चा कर रहे हैं। कौशल हमें शक्ति देता है, सुरक्षा आत्मविश्वास देती है और संप्रभुता हमें आत्मनिर्भर बनाती है। चार सौ से अधिक वैश्विक कंपनियां ले रहीं हिस्सा इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2025 में 8 से 11 अक्टूबर तक 400 से अधिक वैश्विक कंपनियां, 7,000 से अधिक डेलिगेट्स और 1.5 लाख से ज्यादा प्रतिभागी शामिल होंगे। इसमें भारत, अमेरिका, जापान, ब्रिटेन, कनाडा और रूस समेत 150 देशों के विशेषज्ञ, स्टार्टअप्स और उद्योग जगत के नेता नई तकनीकों का प्रदर्शन करेंगे। इस प्रकार इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2025 न केवल भारत की तकनीकी प्रगति का प्रतीक है, बल्कि यह उस डिजिटल युग की शुरुआत का संकेत भी है जिसमें भारत दुनिया का नेतृत्व करने को तैयार है। हिदायत/ईएमएस 08अक्टूबर25