चंडीगढ,(ईएमएस)। पंजाब पुलिस में डीआईजी डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर के यहां अकूत संपत्ति मिलने से पूरे देश में हड़कंप मचा हुआ है। इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि हैरानी की बात है डीआईजी पैसा बटोरता रहा और सिस्टम को दिखाई नहीं दिया। उन्होंने कहा कि यह घटना उच्च स्तर पर व्याप्त भ्रष्टाचार को उजागर करती है और यह स्थिति बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। नाभा के पंजाब पब्लिक स्कूल में एक कार्यक्रम के दौरान मीडियाकर्मियों से बात करते हुए राज्यपाल ने कहा कि भुल्लर के आवास से 7.5 करोड़ रुपये नकद बरामद होने की खबरें चौंकाने वाली हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि इतनी बड़ी राशि एक दिन में इकट्ठा नहीं हो सकती। उन्होंने आश्चर्य जताते हुए पूछा, यह सब इतने बड़े पैमाने पर हो रहा था और हमारी विशाल प्रशासनिक मशीनरी इसे क्यों नहीं देख पाई?” राज्यपाल ने कहा कि अगर इतना बड़ा भ्रष्टाचार सबके सामने हो रहा था, तो इसके लिए पूरा सिस्टम जिम्मेदार है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस मामले की गंभीरता को समझने की जरूरत है, क्योंकि यह गिरफ्तारी केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा की गई है, जो एक केंद्रीय एजेंसी है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के भ्रष्टाचार विरोधी अभियान के बावजूद इतने वरिष्ठ स्तर पर गलत आचरण का पता न चल पाना चिंताजनक है और इस पर आत्ममंथन की आवश्यकता है। कार्यक्रम स्थल से रवाना होने से पहले कटारिया ने कहा कि डीआईजी की गिरफ्तारी से लोगों में यह विश्वास जगेगा कि अभी सब कुछ खत्म नहीं हुआ है। उन्होंने प्रशासनिक मशीनरी से इस मामले में गहन जांच और आत्मनिरीक्षण करने का आह्वान किया ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने आरोपी पुलिस अधिकारी को चंडीगढ़ की एक विशेष अदालत में पेश किया जिसके बाद उन्हें शुक्रवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। केंद्रीय एजेंसी ने तलाशी पूरी होने के बाद कहा कि उसने कुल 7.5 करोड़ रुपये नकद, लगभग 2.5 किलोग्राम सोने के आभूषण, रोलेक्स और राडो जैसे ब्रांडों सहित 26 लक्जरी घड़ियां जब्त की हैं। केंद्रीय एजेंसी ने भुल्लर को बृहस्पतिवार को एक कबाड़ कारोबारी से कथित तौर पर आठ लाख रुपये की रिश्वत लेने और नियमित मासिक भुगतान की मांग करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। वीरेंद्र/ईएमएस/18अक्टूबर2025