व्यापार
18-Oct-2025


नई ‎दिल्ली (ईएमएस)। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के एशिया और पैसिफिक विभाग के एक व‎रिष्ठ अ‎धिकारी ने भारत को सतत आर्थिक विकास बनाए रखने के लिए सभी क्षेत्रों में समग्र सुधारों की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि यदि भारत 2047 तक विकसित राष्ट्र बनना चाहता है, तो उसे घरेलू सुधारों के साथ-साथ वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं में अपनी भागीदारी भी बढ़ानी होगी। अ‎धिकारी के अनुसार, भारत की आर्थिक वृद्धि दर इस वर्ष 6 से 6.6 फीसदी के बीच रह सकती है, जबकि अगले वर्ष यह घटकर 6.2 फीसदी हो सकती है, जिसका मुख्य कारण वैश्विक परिस्थितियाँ और ऊँचे टैक्स हैं। उन्होंने बताया कि भारत का हालिया प्रदर्शन मजबूत है, और सुधारों जैसे जीएसटी ने घरेलू उपभोग को बढ़ावा दिया है। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वर्तमान में व्यापार और निवेश के रास्ते में कई नीतिगत और विनियामक बाधाएं हैं, जो निजी क्षेत्र की पूरी क्षमता को प्रभावित करती हैं। उन्होंने व्यापार माहौल को सरल बनाने, एफडीआई प्रतिबंधों में ढील देने और डिजिटल व्यापार को बढ़ावा देने की आवश्यकता जताई। सतीश मोरे/18अक्टूबर ---