 
                            गुना (ईएमएस) | सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के अवसर पर राष्ट्रीय एकता दिवस पर जिला मुख्यालय सहित अंचलभर में बच्चों के साथ अधिकारी एवं जनप्रतिनिधियों ने हल्की बूंदाबादी और आसमान में छाए बदलों के बीच तिरंगा लेकर दौड़ लगाई। इस मौके पर जिला मुख्यालय पर प्रात: 7:30 बजे शास्त्री पार्क से रन फॉर यूनिटी आरंभ हुई। जो सुगन चौराहा, सदर बाजार, नीचला बाजार हाट रोड होते हुए हनुमान चौराहा पहुंची। दौड़ में विभिन्न स्कूलों के बच्चों के अलावा एनसीसी, एनएसएस से जुड़े छात्र भी शामिल हुए। इस दौरान कार में सरदार वल्लभ भाई पटेल सहित अन्य महापुरूष बनकर लोग शामिल हुए। कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागियों को शास्त्री पार्क पर राष्ट्रीय एकता की शपथ भी दिलाई गई। इस दौरान यहां विधायक पन्नालाल शाक्य, नपाध्यक्ष सविता अरविंद गुप्ता, कलेक्टर किशोर कन्याल, एसपी अंकित सोनी, भाजपा जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह सिकरवार, एएसपी मान सिंह सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि उास्थित रहे। हनुमान चौराहे पर राष्ट्रगान के साथ दौड़ का समापन हुआ। यह आयोजन देश की एकता, अखंडता और राष्ट्रीय भावना को सशक्त करने का प्रतीक बन गया। इधर पुलिस विभाग द्वारा राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर जिला मुख्यालय सहित थाना स्तर पर रन फॉर यूनिटी का प्रभावी तरीके से आयोजन किया गया। कलेक्टर-एसपी और भाजपा जिलाध्यक्ष ने दी बधाई इस मौके पर कलेक्टर किशोर कन्याल ने कहा कि आज सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की 150 वीं जयंती है। इस अवसर पर देशभर में गुना में भी रन फॉर यूनिटी का आयोजन किया था। इसमें हजारों की संख्या में बच्चों से लेकर नागरिकों ने भागीदारी की। प्रशासन, पुलिस, जनप्रतिनिधि सभी लोग इसमें शामिल हुए। यह दौड़ गरिमामयी संपन्न हुई। राष्ट्रगान के साथ समापन हुआ। वहीं एसपी अंकित सोनी ने कहा कि मैं चाहता हूं कि हमारा पुलिस विभाग सरदार वल्लभ भाई पटेल की तरह निडर और अडिग रहे। सभी पुलिस वाले अपने कर्तव्य के प्रति निष्ठावान रहे। उन्होंने आम लोगों से पुलिस का पूरा सहयोग करने की अपील करते हुए कहा कि हमें अपने देश की अखंडता बनाए रखनी है। वहीं भाजपा जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह सिकरवार ने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल ऐसे ही लोह पुरूष नहीं कहलाए गए उनका विराट व्यक्तित्व और देश के लिए योगदान कभी बुलाया नहीं जा सकता है। मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का धन्यवाद देते हूं जिनके कारण पटेलजी को जो सम्मान मिलना चाहिए वह मिला। सीताराम नाटानी (ईएमएस)