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31-Oct-2025
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नर्मदा (ईएमएस)| लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर केवड़िया में भव्य समारोह का आयोजन किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर सरदार पटेल को नमन किया और परेड को सलामी दी। इस एकता परेड में देश की एकता और अखंडता का अद्भुत प्रदर्शन हुआ। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में लौह पुरुष सरदार पटेल को याद करते हुए कांग्रेस पार्टी पर तीखे प्रहार किए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने एक परिवार के अलावा अन्य सभी नेताओं का अनादर किया है। प्रधानमंत्री ने डॉ. भीमराव आंबेडकर, नेताजी सुभाषचंद्र बोस, डॉ. राम मनोहर लोहिया और जयप्रकाश नारायण जैसे महान नेताओं के प्रति कांग्रेस के रवैये पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि अपने विचारों से अलग हर व्यक्ति और संगठन का अपमान किया गया। देश में राजनीतिक अस्पृश्यता को एक संस्कृति बना दिया गया था। कांग्रेस सरकारों के दौरान सरदार पटेल और उनके विरासत के साथ क्या हुआ, यह सबको पता है। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि आरएसएस की इस वर्ष 100वीं वर्षगांठ है, और संघ पर भी तरह-तरह के हमले और षड्यंत्र रचे गए। एक पार्टी और एक परिवार के बाहर के हर व्यक्ति को राजनीतिक रूप से अस्पृश्य बनाने की कोशिश की गई। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने कांग्रेस और अन्य दलों से जुड़े नेताओं का भी सम्मान किया है। उन्होंने कहा कि हमें गर्व है कि हमने राजनीतिक अस्पृश्यता का अंत किया। हमने सरदार पटेल की प्रतिमा का निर्माण किया। हमने बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर का पंचतीर्थ शुरू किया। दिल्ली में बाबा साहेब के आवास और महापरिनिर्वाण स्थल को ऐतिहासिक स्मारक में बदला। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में केवल एक पूर्व प्रधानमंत्री के नाम पर संग्रहालय था, जबकि हमारी सरकार ने सभी प्रधानमंत्रियों के योगदान को समर्पित “प्रधानमंत्री संग्रहालय” बनाया। उन्होंने आगे कहा, “हमने जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिया। हमने प्रणब मुखर्जी को भारत रत्न से सम्मानित किया, जिन्होंने अपना जीवन कांग्रेस पार्टी को समर्पित किया था। मुलायम सिंह यादव जैसे विपक्षी नेता को भी पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इन निर्णयों के पीछे उद्देश्य था कि राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठकर देश की एकता की भावना को सशक्त बनाया जाए। प्रधानमंत्री ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद विदेश गए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में भी एकता की झलक देखने को मिली। इस प्रकार, सरदार पटेल की जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्र की एकता और अखंडता के संदेश को पुनः पुष्ट किया। सतीश/31 अक्टूबर