क्षेत्रीय
07-Nov-2025


ग्वालियर ( ईएमएस ) । नेशनल कान्फ्रेंस आन पीडियाट्रिक एज्यूकेशन 2025 में शुक्रवार को पहले दिन विभिन्न कार्यशाला आयोजित की गई। गजराराजा मेडीकल कालेज में आयोजित इस कार्यशाला में बाल रोग व उनके उपचार सहित विभिन्न मुददों पर चिकित्सकों ने अपने अनुभव व विचार साझा किये। गजराराजा मेडीकल कालेज में 12वीं नेशनल कान्फ्रेंस आन पीडियाट्रिक एज्यूकेशन की प्री कान्फ्रेंस वर्कशाप्स का शुभारंभ हुआ। कान्फ्रेंस का शुभारंभ डीन जीआर मेडीकल कालेज डा. आरकेएस धाकड, ज्वाइंट डायरेक्टर एवं सुपरिटेंडेंट जेएएच सुधीर सक्सैना एवं पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आईएपी एवं साउथ एशिया पीडियाट्रिक एसोसिएशन डा. सीपी बंसल की उपस्थिति में हुआ। कान्फ्रेंस में तीन प्रमुख कार्यशालाएं सिमुलेशन बेस्ट लर्निंग, बेडसाइड टीचिंग एण्ड क्लिनिकल रिजनिंग और रिसर्च मेथोडालोजी फार मेडीकल एडुकेटर्स आयोजित की गई। सिमुलेशन वर्कशाप का संचालन एम्स नई दिल्ली के डा. अनु सचदेव एवं एम्स कल्याणी के डा. निहार रंजन मिश्रा के नेतृत्व में हुआ। स्थानीय समन्वयक डा. योगेन्द्र वर्मा ने कार्यशाला के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। प्रतिभागियों को सिमुलेशन आधारित शिक्षण, परिदृश्य निर्माण और डीब्रिफिंग स्किल्स पर व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया। बाल रोग आपात स्थितियों पर लाइव सिमुलेशन और हैंडस आनसेशन्स इस कार्यशाला की प्रमुख आकर्षण रही। बेडसाइड टीचिंग वर्कशाप का संचालन कलावतीसरन अस्पताल दिल्ली के डा. हरीश पेमदे, पूर्व विभागाध्यक्ष गांधी मेडीकल कालेज भोपाल के डा. ज्योत्सना श्रीवास्तव, गांधी मेडीकल कालेज भोपाल के डा. पूरवा गोहिया और गांधी मेडीकल कालेज भोपाल के डा. भारती चैबे ने किया। स्थानीय समन्वयक डा. घनश्याम दास ने सत्र के आयोजन में उत्कृष्ट समन्वय किया। इसमें क्लिनिकल शिक्षण की चुनौतियां, पेशेंट राईट्स एण्ड एथिक्स और क्लिनिकल रिजनिंग को पाठयक्रम में शामिल करने पर चर्चा हुई। रिसर्च मेथोडालोजी वर्कशाप का संचालन पूर्व डीन यूसीएमएस दिल्ली के डा. पियूष गुप्ता, प्राचार्य यूसीएमएस दिल्ली के डा. धीरज शाह और एमएएमसी दिल्ली के डा. देवेन्द्र मिश्रा ने किया। कार्यशाला की स्थानीय समन्वयक डा. नीतू अग्रवाल रही। सत्रों में रिसर्च डिजाईन, सैम्पल साईज केलकुलेशन, स्टेटिस्टिक्स और ईथिक्स इन रिसर्च जैसे विषयों पर उपयोगी चर्चा हुई। इन तीनों कार्यशालाओं में आयोजन अध्यक्ष प्रो. अजय गौड़ एवं कार्यशाला संयोजक डा. रवि अम्बे का नेतृत्व रहा। देशभर के विभिन्न मेडीकल कालेजों से आये 150 से अधिक शिक्षकों, स्नातकोत्तर विद्यार्थियां एवं युवा चिकित्सकों ने इन कार्यशालाओं में भाग लिया। ग्वालियर के निजी बालरोग विशेषज्ञों डा. जेसी गर्ग, डा. प्रतिभा धीर, डा. संध्या आहूजा, डा. मनीष त्रिवेदी, डा. पीवी आर्य एवं डा. गोपी शिवहरे की सराहनीय भूमिका रही। आयोजन सचिव डा. सात्विक सी. बंसल ने कहा कि यह कार्यशालाएं चिकित्सा शिक्षकों के लिये सीखने और सिखाने की कला को नया दृष्टिकोण प्रदान करेंगी। यह सम्मेलन केवल शिक्षा नहीं, बल्कि सहयोग और प्रेरणा का उत्सव है।