नई दिल्ली,(ईएमएस)। दिल्ली में सोमवार शाम लाल किले के पास एक कार में हुए धमाके में 8 लोगों की मौत के बाद पुलिस ने अब तक दो लोगों को हिरासत में लिया है। जांचकर्ताओं ने अब तक किसी आतंकी साजिश या किसी और वजह से जुड़े कोई नतीजे नहीं निकाले हैं। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि सभी एंगल से जांच की जा रही है। हिरासत में लिए गए दो लोगों की पहचान सलमान और देवेंद्र के रूप में हुई है, जो पहले धमाके वाली हुंडई आई 20 कार के मालिक थे। पुलिस ने बताया कि आगे के सुराग तलाशने के लिए कार की पूरी सेल हिस्ट्री खंगाली जा रही है। गुरुग्राम पुलिस के प्रवक्ता संदीप कुमार ने बताया कि धमाके में शामिल हुंडई आई20 कार असल में गुरुग्राम निवासी सलमान के नाम पर रजिस्टर्ड थी। यह 2013 मॉडल की सफेद रंग की कार है। उन्होंने कहा कि सलमान ने यह कार करीब डेढ़ साल पहले दिल्ली के ओखला में रहने वाले देवेंद्र नाम के एक आदमी को बेच दी थी। हमने सलमान को दिल्ली पुलिस को सौंप दिया है। दिल्ली पुलिस अधिकारियों ने बताया कि देवेंद्र को भी हिरासत में ले लिया गया है। पुलिस अफसर संदीप कुमार ने कहा कि कार की बाद की बिक्री और उसके मालिकाना हक की पूरी चेन का पता लगाने के लिए दोनों से पूछताछ की जा रही है। गुरुग्राम पुलिस प्रवक्ता ने यह भी बताया कि कार बाद में अंबाला में भी किसी को बेची गई थी, लेकिन अभी और जानकारी जुटाई जा रही है। सलमान गुरुग्राम के शांति नगर का रहने वाला है, जहां वह अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ रहता है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने धमाके के बाद एक ब्रीफिंग में कहा कि सुभाष मार्ग ट्रैफिक सिग्नल पर एक कार में धमाका हुआ था। शाह ने कहा कि सभी संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए इस घटना की जांच की जा रही है और इसके नतीजे जनता के सामने पेश किए जाएंगे। 10 नवंबर की शाम यह धमाका उस वक्त हुआ जब इलाके में काफी भीड़ थी। इस घटना में 8 लोगों की मौत हो गई और 20 लोग घायल हो गए। घायलों को कुछ किलोमीटर दूर एलएनजेपी अस्पताल ले जाया गया। वीरेंद्र/ईएमएस/11नवंबर2025