टीम में ऑलराउंडर नहीं विशेषज्ञ बल्लेबाज शामिल करें मुम्बई (ईएमएस)। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने टीम प्रबंधन और चयनकर्ताओं से कहा है कि वह अपने अहं को छोड़कर टीम का चयन करें। गावस्कर ने कहा कि टेस्ट क्रिकेट सीमित ओवरों से अलग होता है, इसलिए यहां विशेषज्ञ बल्लेबाजों को जगह मिलनी चाहिये। वहीं कोलकाता में हुए पहले टेस्ट में ऑलराउंडर रखने पर प्रबंधन का जोर था जिससे टीम को नुकसान हुआ और वह लक्ष्य हासिल नहीं कर पायी। गावस्कर ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ गुवाहाटी में शनिवार से शुरु हो रहे दूसरे टेस्ट से पहले ये बात कही। इसके साथ ही गावस्कर ने बल्लेबाजों से भी कहा कि धैर्य से खेलें न कि अहंकार में भरकर हर गेंद पर शॉट लगाने का प्रयास करें। गावस्कर ने चयनकर्ताओं के साथ ही टीम प्रबंधन से कहा कि टेस्ट क्रिकेट में सीमित-ओवरों वाले ऑलराउंडरों की जगह पर घरेलू क्रिकेट में बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को शामिल करना चाहिये। कोलकाता टेस्ट का हवाला देते हुए पूर्व कप्तान ने कहा कि केवल 3 दिन में 30 रन की हार से दिखता है कि प्रबंधन घरेलू क्रिकेट में रन बरसाने वालों की जगह लीग खिलाड़ियों को शामिल कर रहा है। ऐसे में टीम में शामिल खिलाड़ी पिचों पर टिक कर नहीं खेल पा रहे हैं। गावस्कर ने लिखा, दक्षिण अफ्रीका से हार के बाद उम्मीद करते हैं कि जिम्मेदारों की आंख खुलेगी और वे घरेूल क्रिकेट में रन बनाने वालों पर ध्यान देंगे। ये खिलाड़ी इन पिचों पर खेलने के अभ्यस्त हैं जहां गेंद घूमती हैं और नीची रहती हैं। वहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने वाले खिलाड़ी अधिकतर समय इतने व्यस्त रहते हैं कि न्हें घरेलू पिचों पर खेलने का अभ्यास ही नहीं होता। उन्होंने कहा, ‘टेस्ट बल्लेबाजी धैर्य की मांग करती है और सबसे अहम ये है कि अपने अहं को छोड़ दें। ने की उत्सुकता दिखनी चाहिए। ये मायने नहीं रखता कि आप बीट हो गए या लेग गार्ड्स पर गेंद लगी। आपको ये दिखाने के लिए बॉस कौन है, गेंद को मैदान से बाहर पहुंचाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। बॉस सिर्फ वही होता है जो विनम्र बना रहता है। अगर गेंदबाज आपको बीट करता है तो तब तक इंतजार करें जब तक कोई कमजोर गेंद न आए।’ ऑलराउंडरों पर बहुत ज्यादा जोर दिए जाने की आलोचना करते हुए गावस्कर ने लिखा, भारत को टेस्ट ऑलराउंडर और सीमित ओवरों क ऑलराउंडर के बीच का फर्क समझने की भी जरूरत है। टेस्ट का असली ऑलराउंडर वो होता है जो अकेले बल्लेबाज या गेंदबाज के तौर पर अंतिम ग्यारह में जगह बना सकता है। गिरजा/ईएमएस 20 नवंबर 2025