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21-Nov-2025
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नई दिल्ली,(ईएमएस)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अफ्रीका में पहली बार आयोजित हो रहे जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए शुक्रवार को तीन दिवसीय यात्रा पर दक्षिण अफ्रीका रवाना हुए। जोहानसबर्ग में प्रधानमंत्री मोदी जी20 शिखर सम्मेलन से इतर छठे आईबीएसए (भारत-ब्राजील-दक्षिण अफ्रीका) शिखर सम्मेलन में भी भाग लेंगे। मोदी ने यात्रा के लिए रवाना होने से पहले एक बयान में कहा, मैं शिखर सम्मेलन में भारत का दृष्टिकोण प्रस्तुत करूंगा, जो हमारे ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ और ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ के आदर्शों के अनुरूप है। विदेश मंत्रालय के सेक्रेटरी (ईआर) सुधाकर दलेला के मुताबिक, जी20 एक ज़रूरी फोरम है, जिसमें पिछले सेशन में देशों ने आम सहमति से घोषणा करने, पायलट प्रोजेक्ट शुरू करने और ग्लोबल साउथ पर असर डालने वाले कई विषयों पर नई पहल करने पर सहमति जताई थी। सेक्रेटरी ने आगे कहा, हमें बहुत खुशी है कि ये चर्चाएं ब्राज़ील की प्रेसीडेंसी में और बेशक, साउथ अफ्रीका में चार वर्टिकल्स के तहत आगे बढ़ी हैं, जिन्हें साउथ अफ्रीका ने अपनी प्रेसीडेंसी के लिए बताया है। इन एरिया में अलग-अलग ट्रैक पर पूरे साल कई उपलब्धियां हासिल की गई हैं। इसलिए हमें बहुत खुशी है कि ग्लोबल साउथ के लिए ज़रूरी मुद्दे चर्चा के सेंटर में हैं और उन्हें हाईलाइट किया जा रहा है। जी20 में बड़ी इकॉनमी शामिल हैं जो ग्लोबल जीडीपी का 85प्रतिशत और इंटरनेशनल ट्रेड का 75प्रतिशत हिस्सा हैं। फोरम ने साउथ अफ्रीका की प्रेसीडेंसी थीम सॉलिडैरिटी, इक्वालिटी, सस्टेनेबिलिटी के तहत प्रायोरिटी एरिया की पहचान की है। जी20 के दौरान होने वाली बाइलेटरल मीटिंग्स के बारे में, सेक्रेटरी दलेला ने कहा कि वे उन्हें ऑर्गनाइज़ करने के प्रोसेस में हैं। उन्होंने आगे कहा कि इंडिया और साउथ अफ्रीका डेमोक्रेसी हैं और उनके कोऑपरेशन के तीन पिलर हैं, जिनमें से एक पॉलिटिकल कोऑपरेशन है। यह समिट ग्लोबल साउथ द्वारा होस्ट की गई लगातार चौथी जी20 मीटिंग है, इससे पहले इंडोनेशिया, भारत और ब्राज़ील ने प्रेसीडेंसी की थी। साउथ अफ्रीका से पहले, जी20 प्रेसीडेंसी ब्राज़ील (2024), भारत (2023) और इंडोनेशिया (2022) के पास थी।पीएम मोदी 21 से 23 नवंबर तक समिट में शामिल होंगे, जो अफ्रीकी महाद्वीप पर होने वाले पहले जी20 समिट के तौर पर एक अहम मील का पत्थर होगा। यह पीएम मोदी का साउथ अफ्रीका का चौथा ऑफिशियल दौरा होगा, इससे पहले 2016 में उनका बाइलेटरल दौरा और 2018 और 2023 में दो ब्रिक्स समिट में उनकी मौजूदगी थी। वीरेंद्र/ईएमएस/21नवंबर2025 -----------------------------------