खेल
22-Nov-2025
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नई दिल्ली (ईएमएस)। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच जारी दो टेस्ट मैचों की छोटी सीरीज़ ने प्रोटियाज़ कप्तान टेम्बा बावुमा की नाराज़गी को साफ तौर पर सामने ला दिया है। बावुमा का कहना है कि मौजूदा विश्व टेस्ट चैंपियन होने के बावजूद उनकी टीम को भारत जैसी दिग्गज टीम के खिलाफ सिर्फ दो मैच खेलने पड़ रहे हैं, जबकि दूसरी तरफ इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया एशेज़ जैसी पांच मैचों की प्रतिष्ठित सीरीज़ का आनंद उठा रहे हैं। बावुमा को लगता है कि दो मजबूत रेड-बॉल टीमों के बीच इतनी छोटी सीरीज़ न तो खिलाड़ियों के लिए न्यायसंगत है और न ही दर्शकों के लिए। बावुमा ने गुवाहाटी में मीडिया से बातचीत के दौरान खुलकर कहा कि एशेज़ टेस्ट देखकर उन्हें “थोड़ी जलन” महसूस हुई। उन्होंने बताया, “आज सुबह उठकर एशेज देखा। उन्हें पाँच टेस्ट खेलते देख जलन हुई। वे एक-दूसरे पर हावी होते हैं और हमें सिर्फ दो मैच मिले हैं।” उनके इस बयान से साफ है कि मौजूदा सीरीज़ की सीमा उन्हें खल रही है और वे चाहते हैं कि दक्षिण अफ्रीका को भी भारत के खिलाफ लंबी सीरीज़ मिले। कप्तान ने उम्मीद जताई कि भविष्य में दक्षिण अफ्रीका को भारत के खिलाफ चार या पांच टेस्ट मैचों की सीरीज़ खेलने का मौका मिलेगा। उनका मानना है कि मजबूत टीमों के बीच लंबी सीरीज़ ही असली टेस्ट क्रिकेट का मज़ा देती है, जहां खिलाड़ी अपनी क्षमता का पूरा प्रदर्शन कर सकते हैं। बावुमा ने कहा कि छोटी सीरीज़ में रोमांच अधूरा रह जाता है और अक्सर परिणाम भी स्पष्ट नहीं निकल पाता। दो टेस्ट मैचों की सीरीज़ में ड्रॉ की संभावना ज्यादा रहती है और टीमों को असली मुकाबले का मौका कम मिलता है। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि टेस्ट सीरीज़ की लंबाई खिलाड़ी नहीं बल्कि क्रिकेट बोर्ड और उनके कमर्शियल हित तय करते हैं। एशेज़, बॉर्डर–गावस्कर ट्रॉफी या भारत–इंग्लैंड जैसी बड़ी और आर्थिक रूप से फायदेमंद सीरीज़ को पाँच टेस्ट मिलते हैं, जबकि दक्षिण अफ्रीका, न्यूजीलैंड, वेस्ट इंडीज और बांग्लादेश जैसी टीमों के साथ अधिकतर सीरीज़ सिर्फ दो टेस्ट की होती हैं। बावुमा का मानना है कि यह असंतुलन टेस्ट क्रिकेट की खूबसूरती को प्रभावित करता है। बावुमा ने अंत में कहा कि बदलाव की सबसे बड़ी कुंजी टीम का प्रदर्शन है। साउथ अफ्रीका मैदान पर लगातार अच्छा खेलकर ही अन्य देशों को लंबी टेस्ट सीरीज़ खेलने के लिए मजबूर कर सकता है। उनके अनुसार, मजबूत प्रदर्शन ही वह राह है, जिससे प्रोटियाज़ टीम को बड़े मुकाबले और लंबी सीरीज़ मिल सकेंगी। डेविड/ईएमएस 22 नवंबर 2025