- वैश्विक कारकों पर रहेगी निवेशकों की नजर मुंबई (ईएमएस)। बीते सप्ताह घरेलू शेयर बाजारों ने तेजी और गिरावट के मिश्रित रुझान दिखाए। सोमवार को बाजार में शुरुआती तेजी रही, लेकिन अगले ही दिन गिरावट देखने को मिली। मंगलवार और शुक्रवार को फिर तेजी दर्ज हुई, जिससे बीएसई का सेंसेक्स और निफ्टी-50 इस साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए। हालांकि अंतिम कारोबारी दिन शुक्रवार को बाजार में गिरावट दर्ज की गई। निवेशक अब इस सप्ताह वैश्विक कारकों और रुपये की चाल पर नजर रखेंगे, क्योंकि बीते सप्ताह रुपये में 1 फीसदी से अधिक की गिरावट आई थी। विशेषज्ञों का कहना है कि इस सप्ताह बाजार अस्थिर रह सकता है। रुपये की कमजोरी से आयातित महंगाई बढ़ सकती है, जो कंपनियों के मुनाफे पर दबाव डाल सकती है। वहीं वैश्विक बाजारों की दिशा और तेल-सोना जैसे कच्चे माल की कीमतों में उतार-चढ़ाव भी घरेलू बाजार की चाल को प्रभावित कर सकता है। इस सप्ताह औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े भी जारी होंगे, लेकिन शुक्रवार शाम को आने के कारण उनका असर अगले सप्ताह ही दिखाई देगा। निवेशक इन आंकड़ों के आधार पर लंबी अवधि के निवेश और पोर्टफोलियो समायोजन कर सकते हैं। सतीश मोरे/23नवंबर ---