नई दिल्ली (ईएमएस)। पंजाब में एक बार फिर किसान आंदोलन तेज़ होने जा रहा है। बताया जा रहा है कि शंभु व खन्नौरी बार्डर के किसान संगठनों ने आने वाले दिनों के लिए बड़े आंदोलनों का ऐलान किया है। किसान नेताओं ने साफ कहा कि यदि सरकार ने उनकी मांगों पर जल्द सुनवाई नहीं की, तो आंदोलन को और अधिक उग्र रूप दिया जाएगा। किसानों ने बताया कि 27 नवंबर को जालंधर स्थित नेशनल हाईवे को पूरी तरह जाम किया जाएगा। यह कदम सरकार का ध्यान किसानों की समस्याओं की ओर खींचने के लिए उठाया जा रहा है। किसान नेताओं का कहना है कि शांतिपूर्ण तरीके से कई बार मांगें उठाने के बावजूद सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया, जिसके कारण अब उन्हें सड़कों पर उतरकर अपना विरोध दर्ज करवाना पड़ रहा है। वहीं किसान संगठनों ने 5 दिसंबर को पूरे पंजाब में दो घंटे के लिए ट्रेनें रोकने का भी निर्णय लिया है। इस दौरान राज्यभर में रेलवे स्टेशनों पर किसान प्रदर्शन करेंगे। नेताओं ने कहा कि यह ‘रेल रोको’ की चेतावनी का पहला चरण है, ताकि सरकार उनकी मांगों को गंभीरता से ले। किसानों ने एलान किया कि 17 और 18 दिसंबर को पंजाब के हर जिले में डीसी दफ्तरों के बाहर पक्का धरना लगाया जाएगा। किसान नेताओं ने स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा कि यदि 18 दिसंबर तक भी उनकी मांगों पर सुनवाई नहीं हुई, तो वे 19 दिसंबर से राज्यभर में ‘रेल रोको’ आंदोलन शुरू कर देंगे। यह कदम तब तक जारी रहेगा, जब तक सरकार किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं निकालती। किसानों ने कहा कि वे बिजली संशोधन बिल 2025 का पुरज़ोर विरोध करेंगे, इसके साथ-साथ अन्य कई मुद्दों को लेकर भी यह संघर्ष किया जाएगा। सुबोध/२५-११-२०२५