राष्ट्रीय
26-Nov-2025
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नई दिल्ली (ईएमएस)। ज्यादातर लोग सर्दी से बचने के लिए ऊपर से गर्म कपड़े पहनते हैं, लेकिन शरीर को अंदर से भी गर्म रखना उतना ही जरूरी है। सर्दियों के मौसम में खांसी, जुकाम और बुखार जैसी समस्याएँ आम हो जाती हैं। इन मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए गुड़ एक बेहतरीन उपाय है, जिसे बड़े और बच्चे दोनों सुरक्षित रूप से खा सकते हैं। आयुर्वेद में गुड़ को ‘औषधीय मिठास’ कहा गया है। यह न केवल स्वाद में मीठा है, बल्कि शरीर को सर्दी से बचाने और स्वास्थ्य लाभ देने में भी मदद करता है। गुड़ शरीर में वात और कफ दोष को संतुलित करता है और शरीर को अंदर से गर्म रखता है। यह रक्त को शुद्ध करने में मदद करता है और शरीर में जमा टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है। गुड़ के नियमित सेवन से लिवर और किडनी की कार्य क्षमता बढ़ती है। इसके अलावा, इसमें मौजूद एंटी-एलर्जिक और एंटी-माइक्रोबियल गुण शरीर को संक्रमण से बचाते हैं और छाती में जमे कफ को भी दूर करते हैं। सर्दियों में तुलसी और अदरक के साथ गुड़ की चाय या काढ़ा पीने से खांसी-जुकाम में राहत मिलती है। गुड़ हृदय और रक्तचाप के लिए भी लाभकारी है। इसमें मौजूद मैग्नीशियम और पोटेशियम हृदय की गति को संतुलित रखते हैं और धड़कन नियंत्रित रहती है। गुड़ का तिल के साथ सेवन करने से शरीर में गर्मी बनी रहती है और बीपी बढ़ने का खतरा कम होता है। हालांकि, गर्मियों में गुड़ का सेवन सीमित करना चाहिए, क्योंकि यह पित्त बढ़ा सकता है और गर्म मौसम में शरीर में अधिक गर्मी उत्पन्न कर सकता है। सर्दियों के चार महीनों में नियमित रूप से गुड़ का सेवन शरीर को अंदर से गर्म रखता है, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है और सर्दियों में होने वाली बीमारियों से बचाव करता है। महिलाओं के लिए भी गुड़ फायदेमंद है, क्योंकि यह हार्मोन को संतुलित रखता है और मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द को कम करता है। इसके लिए गुड़ को अजवाइन के साथ या अजवाइन वाली चाय में मिलाकर लिया जा सकता है। सुदामा/ईएमएस 26 नवंबर 2025