राज्य
28-Nov-2025


- गोंद के लड्डुओं की अंतरराष्ट्रीय लॉन्चिंग करेगा वन विभाग भोपाल (ईएमएस)। 11वां अंतरराष्ट्रीय मेला 17 दिसंबर से 23 दिसंबर तक लाल परेड ग्राउंड भोपाल में आयोजित किया जा रहा है। इसी मेले में पहली बार वन विभाग जंगलों की मशहूर धावड़ा गोंद के लड्डुओं की लॉन्चिंग करने जा रहा है। इंदौर वन विभाग इस बार नवाचार करने जा रहा है। इसके अंतर्गत प्राथमिक लघु उपज वन समितियों से सम्बंधित चोरल और उन महिला समूहों द्वारा जो न सिर्फ पलाश के पत्तों से हर्बल रंग बनाते आ रहे हैं, बल्कि तेंदूपत्तों के अलावा धावड़ा गोंद का भी संग्रह करते आ रहे हैं, इन्हीं महिलाओं से इंदौर वन विभाग गोंद के लड्डू बनवा रहा है। गोंद के इन लड्डुओं में दुर्लभ आयुर्वेदिक औषधियां, शुद्ध घी, ड्रायफूड मिलाए जाएंगे। होली और रंगपंचमी जैसे त्योहारों के लिए पलाश के पत्तों का रंग बनाने की शुरुआत करने वाला वन विभाग पहली बार अपने अधीन जंगलों की मशहूर धावड़ा गोंद के लड्डु वन विभाग से सम्बंधित महिला समूहों से तैयार करवा रहा है। इसकी लॉन्चिंग, मतलब बेचने की शुरुआत अंतरराष्ट्रीय वन मेले में की जाएगी। प्राथमिक लघु उपज वन समिति चोरल और इंदौर वन समिति के महिला समूहों द्वारा बनाए जा रहे जंगलों की धावड़ा गोंद के लड्डुओं में शतावर, अश्वगंधा, सफेद मूसली, कमरकस, शिलाजीत जैसी दुर्लभ औषधियों के अलावा कोंच के बीज, शुद्ध देसी घी, गुड़, बादाम, काजू, खोपरे का बूरा, सौंठ जैसे ड्रायफूड भी मिलाए जा रहे हैं। पूरी कमाई महिला समूहों को मिलेगी सर्दी, मतलब ठंड के मौसम के दौरान सैकड़ों सालों से ऐसे लड्डु ज्यादातर सभी सम्पन्न घरों में बनाए जाते रहे हैं, मगर बदलती जीवनशैली और व्यस्तता के चलते अब ज्यादातर लोग बाजार से खरीदते हैं, मगर उनकी शिकायत रहती है कि अच्छी खासी कीमत का भुगतान करने के बाद भी घर में बनाए गए लड्डुओं जैसी गुणवत्ता नहीं मिलती। इसी वजह से अब वन विभाग ने खुद गोंद के लड्डु बनवाकर बेचने का निर्णय लिया है। इससे जो भी मुनाफा मिलेगा, मतलब सारी आमदनी, गोंद संग्रह कर यह लड्डु बनाने वाली लघु उपज वन समिति सम्बंधित चोरल और इंदौर के महिला समूहों में आवंटित की जाएगी। विनोद / 28 नवम्बर 25