खेल
30-Nov-2025
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नई दिल्ली (ईएमएस)। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज में 0-2 की शर्मनाक हार के बाद भारतीय टीम और मुख्य कोच गौतम गंभीर लगातार आलोचना के केंद्र में हैं। सोशल मीडिया से लेकर क्रिकेट विश्लेषकों तक, गंभीर पर भारत के टेस्ट क्रिकेट को गलत दिशा में ले जाने के आरोप लगाए जा रहे हैं। उन पर लगातार प्रयोग करने, बैटिंग ऑर्डर में अनिश्चित बदलाव, स्पेशलिस्ट खिलाड़ियों को नज़रअंदाज़ करने और ऑलराउंडरों को लेकर अतिशय लगाव दिखाने की बातें तेजी से सामने आ रही हैं। हालांकि गंभीर साफ कह चुके हैं कि टीम ट्रांजिशन के दौर में है और बदलाव का ये ही सही समय होता है, चाहे उसे लेकर कितनी भी आलोचना क्यों न झेलनी पड़े। इसी बीच दक्षिण अफ्रीका के पूर्व महान बल्लेबाज एबी डिविलियर्स ने एक दिलचस्प और महत्वपूर्ण टिप्पणी की है। रविचंद्रन अश्विन के यूट्यूब चैनल से बातचीत में डिविलियर्स ने कहा कि टीम का कोच बहुत ज्यादा इमोशनल हो, तो यह हमेशा सकारात्मक साबित नहीं होता। उन्होंने कहा, “मैं गौतम गंभीर को एक बेहद भावुक खिलाड़ी के रूप में जानता आया हूं। अगर ड्रेसिंग रूम में भी वही भावुकता हावी रहती है, तो आमतौर पर इमोशनल कोच का होना अच्छी बात नहीं माना जाता।” डिविलियर्स और गंभीर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक साथ लंबा वक्त बिताया है और कई बार एक-दूसरे के खिलाफ बड़े मुकाबले खेले हैं। आईपीएल में भी दोनों कई साल प्रतिद्वंद्वी रहे। इन्हीं अनुभवों की वजह से डिविलियर्स गंभीर की कोचिंग स्टाइल को समझने की कोशिश करते दिखाई दिए। हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भावुक खिलाड़ी होना जरूरी नहीं कि वही शख्स भावुक कोच भी हो। डिविलियर्स ने कहा, “हर खिलाड़ी की जरूरत अलग होती है। कुछ लोग ऐसे कोच के साथ ज्यादा सहज महसूस करते हैं जो खुद महान खिलाड़ी रहा हो, जबकि कुछ ऐसे कोच के साथ बेहतर खेलते हैं जिनके पास वर्षों का कोचिंग अनुभव हो, भले उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर न खेला हो।” उन्होंने बताया कि उन्हें गैरी कर्स्टन जैसे शांत और संतुलित कोच के तहत खेलना बेहद पसंद था, और यह उनके प्रदर्शन के लिए फायदेमंद साबित हुआ। भारत में टेस्ट सीरीज की हार के बाद अगले साल गंभीर के लिए बड़ा इम्तिहान होगा और टीम के प्रदर्शन से ही तय होगा कि उनका प्रयोगात्मक दृष्टिकोण सही दिशा में है या नहीं। आलोचनाओं के बावजूद डिविलियर्स ने संकेत दिया कि नए बदलावों को समय दिया जाना चाहिए, क्योंकि हर टीम कभी न कभी बदलाव के दौर से गुजरती है। डेविड/ईएमएस 30 नवंबर 2025