राष्ट्रीय
12-Dec-2025


-आयोग ने इस पहल को क्रियान्वित करने कई रणनीति अपनाई नई दिल्ली,(ईएमएस)। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने दिव्यांगजनों के लिए परीक्षा की सुगमता और पहुंच बढ़ाने के उद्देश्य से अहम कदम उठाते हुए सभी दिव्यांग उम्मीदवारों को अपनी परीक्षाओं के लिए ‘पसंदीदा परीक्षा केंद्र’ आवंटित करने का फैसला लिया है। इन उम्मीदवारों को अक्सर होने वाली व्यवस्था संबंधी चुनौतियों और विशेष जरुरतों को ध्यान में रखते हुए आयोग ने यह फैसला लिया है कि प्रत्येक दिव्यांगजन आवेदक को वही परीक्षा केंद्र आवंटित किया जाए, जिसे उन्होंने आवेदन पत्र में अपनी पसंद के रूप में चुना है। आयोग ने इस पहल को क्रियान्वित करने के लिए निम्नलिखित रणनीति अपनाई है जिसमें प्रत्येक केंद्र की वर्तमान क्षमता का उपयोग सर्वप्रथम दिव्‍यांगजनों और गैर-दिव्‍यांगजनों दोनों तरह के उम्मीदवारों द्वारा किया जाएगा। केंद्र के एक बार अपनी पूरी क्षमता तक पहुंच जाने के बाद, यह गैर-दिव्यांग उम्मीदवारों के लिए चयन के लिए उपलब्ध नहीं रहेगा, हालांकि, दिव्यांग उम्मीदवार उस केंद्र का चयन करने का विकल्प जारी रख सकेंगे। इसके बाद यूपीएससी अतिरिक्त क्षमता की व्यवस्था करेगी ताकि किसी भी दिव्यांग उम्मीदवार को उसकी पसंद के केंद्र से वंचित न रखा जाए। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यूपीएससी के अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार ने कहा कि पिछले पांच सालों के परीक्षा केंद्रों के आंकड़ों का विश्लेषण करने के बाद पाया कि दिल्ली, कटक, पटना, लखनऊ और अन्य जैसे कुछ केंद्र आवेदकों की ज्यादा संख्या के कारण बहुत जल्द अपनी क्षमता की अधिकतम सीमा तक पहुंच जाते हैं। इससे दिव्यांग उम्मीदवारों के लिए चुनौतियां सामने आती हैं और उन्‍हें ऐसे केंद्रों का चयन करने के लिए मजबूर होना पड़ता है जो उनके लिए सुविधाजनक नहीं होते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि इस फैसले से अब हरेक दिव्यांग उम्मीदवार को अपने पसंदीदा केंद्र का आश्वासन मिलेगा, जिससे यूपीएससी परीक्षा में शामिल होने के दौरान उन्हें अधिकतम सुविधा और सहजता होगी। सिराज/ईएमएस 12दिसंबर25