मुंबई,(ईएमएस)। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री शिवराज पाटिल का 91 साल की आयू में निधन हो गया। पाटिल मुंबई अटैक के वक्त देश के गृह मंत्री थे और लोकसभा अध्यक्ष के पद पर भी रह चुके हैं। महाराष्ट्र के लातूर में उनका निधन हो गया। शिवराज पाटिल चाकुरकर 91 साल के थे। उन्होंने आज यानी शुक्रवार सुबह करीब 6:30 बजे लातूर में अपने घर ‘देवघर’ में आखिरी सांस ली। लंबी बीमारी के कारण उनका इलाज घर पर ही चल रहा था। कई केंद्रीय मंत्री पदों पर रहे पाटिल मुंबई में जब 2008 में आतंकी हमला हुआ था, तब देश के गृह मंत्री थे। मुंबई हमले के बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर में देश के लिए कई प्रतिष्ठित पदों पर काम किया और देश की संवैधानिक प्रक्रिया में सक्रिय भूमिका निभाई। लातूर के चाकुर के रहने वाले शिवराज पाटिल मराठवाड़ा और महाराष्ट्र में कांग्रेस के एक असरदार और अहम व्यक्ति थे। शिवराज पाटिल लातूर के चाकुर से एक प्रभावशाली कांग्रेस नेता थे। लातूर लोकसभा क्षेत्र से सात बार जीते थे। 2004 में लोकसभा में हारने के बाद भी उन्होंने राज्यसभा से गृह मंत्री का पद और केंद्रीय जिम्मेदारियां स्वीकार की थीं। कांग्रेस और उसके सभी कार्यकर्ताओं ने उनके निधन पर दुख जताया है और उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। शिवराज पाटिल के निधन से देश में शोक की लहर है। शिवराज पाटिल के देहांत से कांग्रेस पार्टी और देश की राजनीति को बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। उनकी मौत की खबर मिलते ही कांग्रेस समेत सभी राजनीतिक पार्टियों के नेताओं और उनके संगठनों के कार्यकर्ताओं ने गहरा दुख जताना शुरू कर दिया है। वीरेंद्र/ईएमएस/12दिसंबर2025