12-Dec-2025
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- पुलिस को अविवाहित महिला द्वारा बच्चो को जन्म देने की आंशका - आपस में जुड़ी हुई थी नवजात शिशुओ की नाल भोपाल(ईएमएस)। राजधानी भोपाल के कोहेफिजा थाना इलाके में स्थित हमीदिया अस्पताल परिसर में मॉर्चुरी के पास स्थित पानी की पुरानी टंकी से दो नवजात बच्चों के अधजले शव मिलने के मामले में शवों की पीएम रिपोर्ट में फिलहाल मौत का कारण साफ नहीं हो सका है। हालांकि यह जानकारी रिर्पोट में सामने आई है की दोनों शव जुड़वां बच्चों के थे, जिनकी प्रीमैच्योर डिलीवरी आठ महीने में हुई थी। प्रीमेच्योर डिलीवरी के बाद बच्चे मृत पैदा हुए थे। घटना को लेकर पुलिस को आशंका है की किसी अविवाहित मां ने दोनों बच्चों को जन्म दिया और बाद में बदनामी के डर से उन्हें ठिकाने लगाने के लिये अस्पताल की कचरे की टंकी में डाल दिया। वहीं यह आशंका भी जताई जा रही है कि या तो किसी ने अवैध रूप से प्रसव कराने के बाद शिशुओं को मरने के लिए छोड़ दिया और फिर शव को जलाने की कोशिश की गई या फिर अस्पताल से जुड़े किसी कर्मचारी ने प्रसव के बाद उनका अवैध निपटान करने का प्रयास किया। जॉच के दौरान हैरानी वाली बात यह भी सामने आई की नवजात शिशुओ की नाल आपस में जुड़ी हुई है जिससे यह साबित हुआ है कि वे जुड़वा थे, और उनकी नाल नहीं काटी गई थी। हालांकि अभी तक की जॉच में पुलिस टीम को नवजात बच्चों को कचरे के साथ फेंकने और जलाने वाले के संबध में कोई सुराग नहीं मिल सका है। जिसके लिये पुलिस टीम सीसीटीवी फुटेज खंगालने के साथ ही अस्पताल के जन्म रिकॉर्ड की जांच कर रही है। * यह था सनसनीखेज घटना बताया गया है कि जिस टंकी में नवजातो के शवो को फैंका गया था,उस टंकी को अस्पताल प्रबंधन कचरा रखने के लिए इस्तेमाल कर रहा था। बुधवार बीती सुबह टंकी के कचरे में आग लगने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने फायर ब्रिगेड को बुलाया। आग बुझाने के बाद जब टंकी की जांच की गई तो उसमें दो नवजात बच्चों के अधजले शव मिले। शवों पर प्लास्टिक और पन्नी चिपकी हुई थी। इसके बाद दोपहर करीब दो बजे कोहेफिजा पुलिस को सूचना दी गई। मोके पर पहुंची पुलिस के अनुसार एक नवजात का शव करीब 90 फीसदी तक जल चुका था, जबकि दूसरा आंशिक रूप से जला हुआ था। दोनों शवों को पंचनामा कार्रवाई के बाद पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया। पुलिस ने बताया कि कचरे से अस्पताल में इस्तेमाल होने वाली प्लास्टिक बेडशीट भी बरामद हुई है। वहीं नवजातों के शरीर पर जली हुई पन्नी चिपकी मिली है। इससे अनुमान है कि उन्हें पन्नी या बेडशीट में लपेटकर कचरे की टंकी में फेंका गया होगा। पुलिस ने डीएनए सैंपल सुरक्षित करने के निर्देश भी दिए हैं। साथ ही पुलिस अस्पताल रिकॉर्ड, सीसीटीवी फुटेज, डीएनए टेस्ट और अन्य बिंदुओं पर पूरे मामले की जांच कर रही है। हालांकि शुरुआती जांच के आधार पर पुलिस का कहना है। कि इस पुरानी टंकी में अस्पताल के कर्मचारियों के साथ ही मरीज़ों और उनके अटेंडरो द्वारा रोज़ाना कचरा फेंका जाता है। जुनेद / 12 दिसंबर