12-Dec-2025
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सागर (ईएमएस)। प्रदेश में शिक्षकों द्वारा अब तक की सबसे बड़ी आर्थिक मदद तीन माह पहले पंजीयन हुआ, एक माह पहले निधन हुआ, 10 दिन पहले अपील हुई और इन 10 दिनों में देखते ही देखते सागर जिले सहित प्रदेश के कोने-कोने से शिक्षकों ने दिवंगत शिक्षक की पत्नी और पुत्र के खाते में आनलाइन 100-100 रुपये भुगतान कर 32 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की। आर्थिक सहायता का यह क्रम 15 दिसंबर तक चलेगा। ऐसे में आर्थिक सहायता की राशि अभी और बढ़ेगी।दरअसल, यह सब शिक्षकों द्वारा शिक्षकों के लिए बनाई गई पीएमयूएम कर्मचारी कल्याण कोष योजना से साकार हुआ है। प्रदेश में किसी दिवंगत शिक्षक के स्वजन को शिक्षकों द्वारा यह अब तक की सबसे बड़ी आर्थिक सहायता है। पीएमयूएम कर्मचारी कल्याण कोष के प्रांतीय महासचिव मुकेश नेमा ने बताया कि शासकीय प्राथमिक विद्यालय मनका जिला दमोह में पदस्थ शिक्षक दिलीप सिंह लोधी का 10 नवंबर 2025 को निधन हुआ था। उनके निधन पर उनकी नामिनी इमरती बाई लोधी (पत्नी) और पुष्पेंद्र सिंह लोधी (पुत्र) के खाते में कर्मचारी कल्याण कोष योजना से जुड़े पंजीकृत शिक्षकों ने एक दिसंबर से 100-100 रुपये आनलाइन डालने शुरू किए थे, जो 11 दिसंबर तक 32 लाख की राशि पत्नी और पुत्र के खाते में पहुंच चुकी है। उन्होंने बताया कि पीएमयूएम के संस्थापक सदस्य सतीश खरे, प्रांतीय संयोजक पवन खरे और प्रदेशाध्यक्ष मुरली मनोहर अर्जेरिया द्वारा प्रदेश में इसकी शुरुआत की गई है। इसके तहत अब तक सागर जिले में 3600 शिक्षक जुड़ चुके हैं, जबकि प्रदेश में 61 हजार के करीब शिक्षक इस निशुल्क योजना से जुड़ चुके हैं। इसका उद्देश्य यह है कि पंजीकृत शिक्षक किसी अन्य पंजीकृत शिक्षक के निधन पर संघ के निर्णय पर उनकी पत्नी, पुत्र या स्वजन के खाते में 100-100 रुपये प्रति शिक्षक डालेंगे। जनवरी 2026 तक पीएमयूएम कर्मचारी कल्याण कोष योजना में एक लाख शिक्षकों को जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। प्रांतीय महासचिव मुकेश नेमा ने बताया जैसे जैसे सदस्य संख्या बढ़ती जायेगी यह सौ रुपए की राशि सौ रुपए से कम होती जाएगी इसके बाद शिक्षकों के लिए कुछ अन्य लाभकारी योजना शामिल की जाएगी है । मदद की ऐसी होती है प्रक्रिया कर्मचारी कल्याण कोष के जिला प्रभारी गोविंद ठाकुर ने बताया कि यदि कोई रजिस्टर्ड शिक्षक साथी तीन माह लाकिंग पीरियड पूर्ण होने के बाद दिवंगत हो जाता है, तो उसके परिवार के नामांकित सदस्य को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए संघ द्वारा अपील की जाती है। इस मामले में कोने-कोने से शिक्षकों ने आनलाइन 100-100 रुपये का भुगतान किया। जिला अध्यक्ष आलोक श्रीवास्तव ने बताया कि आर्थिक सहयोग करने के लिए पीएमयूएम की साइड पर जाकर नामिनी के क्यूआर कोड, अकाउंट नंबर, फोन पे नंबर पर पंजीकृत शिक्षक 100 रुपये आर्थिक सहायता आनलाइन करते हैं।। पश्चात निर्धारित जानकारी के साथ सहयोग राशि का स्क्रीन शाट पीएमयूएम की अफिशियल वेबसाइट पर अपलोड करते हैं। यह पूरी प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से होती है और राशि सीधे दिवंगत शिक्षक के स्वजन के खाते में जाती है।यह पूरी तरह से निशुल्क है कर्मचारियों से रजिस्ट्रेशन के लिए किसी भी प्रकार का चंदा नहीं लिया जाता है और न ही किसी प्रकार का मासिक वार्षिक राशि ली जाती है। निखिल सोधिया/ईएमएस/12/12/2025