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13-Dec-2025
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पटना,(ईएमएस)। भाजपा छोड़ राजद में शामिल हुए पीरपैंती (भागलपुर) के पूर्व विधायक ललन पासवान ने बांका इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन में चूहे को मारते हुए अपना वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया। उन्होंने ट्रेनों में चूहों के आतंक और यात्रियों की बढ़ती परेशानी पर ध्यान आकर्षित करते हुए रेलवे में हाउसकीपिंग, मेंटेनेंस और अन्य कार्यों के निजीकरण पर गंभीर सवाल उठाए। ललन पासवान ने बताया कि वे गुरुवार रात फर्स्ट एसी कोच में पटना से भागलपुर यात्रा कर रहे थे। इतनी महंगी और अव्वल दर्जे की बोगी में बड़े-बड़े चूहे यात्रियों को काट रहे हैं तो स्लीपर, सेकंड और थर्ड एसी कोचों की स्थिति का आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है। पूर्व विधायक के अनुसार, ट्रेन खुलने के बाद वे अपनी सीट पर सो रहे थे, लेकिन करीब एक घंटे तक चूहे के कारण परेशान रहे। चूहा उनके चेहरे पर बार-बार आ-जा रहा था। उन्होंने कहा कि प्राइवेट एजेंसियों को ठेका देने के बाद कोई उचित निगरानी नहीं हो रही है। यात्री ट्रेनों में बेहद असुविधा झेल रहे हैं। कोई चूहा सामान काट रहा है तो कोई यात्रियों के शरीर पर कूदकर काट रहा है। यह स्थिति बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। ललन पासवान ने आगे आशंका जताई कि जब ट्रेनें यार्ड में खड़ी रहती हैं तो चूहों के साथ सांप और अन्य खतरनाक जीव भी बोगियों में घुस सकते हैं। चूहा खुद कई गंभीर बीमारियों का होता है। उन्होंने रेलवे प्रशासन और केंद्र सरकार से यात्रियों की इन समस्याओं पर तुरंत संज्ञान लेने की मांग की। उन्होंने जोर देकर कहा कि वे एक सामान्य यात्री के रूप में वैध टिकट लेकर यात्रा कर रहे थे और उनका हक है कि रेलवे उन्हें सुरक्षित तथा सुविधाजनक यात्रा मुहैया कराए। इस मामले पर मालदा रेल मंडल के जनसंपर्क अधिकारी ने कहा कि बांका इंटरसिटी ट्रेन का मेंटेनेंस दानापुर डिवीजन के अंतर्गत होता है। ललन पासवान का यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और रेलवे की सफाई व्यवस्था पर बहस छिड़ गई है।राजनीतिक पृष्ठभूमि की बात करें तो ललन पासवान पिछले विधानसभा चुनाव में पीरपैंती से सीटिंग विधायक थे। भाजपा ने अंतिम समय में उनका टिकट काट दिया, जिससे नाराज होकर वे पहले राजद उम्मीदवार के प्रचार में जुट गए और फिर चुनाव के दौरान ही पटना जाकर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से मुलाकात कर राजद में शामिल हो गए। पार्टी बदलने के बाद से वे भाजपा पर लगातार हमलावर रहे हैं। यह घटना रेल यात्रियों की समस्याओं को उजागर करने के साथ-साथ उनकी नई राजनीतिक पारी का भी हिस्सा लगती है। वीरेंद्र/ईएमएस/13दिसंबर2025 ------------------------------------