राज्य
14-Dec-2025


* 12 बांग्लादेशी और 2 पश्चिम बंगाल की युवतियों को देह व्यापार से मुक्त कराया, गुजरात सहित कई राज्यों तक फैला था नेटवर्क भरुच (ईएमएस)| यहां की पुलिस ने बांग्लादेश से महिलाओं की तस्करी कर उन्हें देह व्यापार में धकेलने वाले एक अंतर-राज्य रैकेट का पर्दाफाश किया है। भरुच लोकल क्राइम ब्रांच (एलसीबी) और स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) की संयुक्त कार्रवाई में बांग्लादेशी एजेंट फारूक शेख सहित कुल 4 दलालों को गिरफ्तार किया गया है। इस ऑपरेशन में 12 बांग्लादेशी और 2 पश्चिम बंगाल की युवतियों को बचाया गया है। जानकारी के मुताबिक यह रैकेट बांग्लादेश में आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को घरेलू काम, ब्यूटी पार्लर और सैलून में नौकरी दिलाने का लालच देकर भारत लाता था। इसके बाद उन्हें भऱूच, अंकलेश्वर सहित गुजरात के अन्य क्षेत्रों के साथ-साथ गोवा, महाराष्ट्र और राजस्थान में स्पा और गेस्ट हाउसों में सेक्स वर्कर के रूप में काम करने के लिए मजबूर किया जाता था। यह अवैध गतिविधि लंबे समय से लगातार चल रही थी। जानकारी के मुताबिक गुप्त सूचना के आधार पर एलसीबी और एसओजी टीमों ने तकनीकी निगरानी और मानव खुफिया जानकारी के जरिए कार्रवाई शुरू की। इसी दौरान जंबूसर बायपास रोड स्थित अल-फारूक पार्क सोसायटी में रहने वाला बांग्लादेशी एजेंट फारूक शेख पुलिस के रडार पर आया। सूचना मिली थी कि उसके घर में बांग्लादेशी युवतियां रह रही हैं, जिसके बाद वहां छापा मारा गया। छापे के दौरान फारूक शेख के साथ 4 बांग्लादेशी महिलाएं मिलीं। पूछताछ में फारूक ने कबूल किया कि वह करीब 10 साल पहले अवैध रूप से भारत आया था। उसने पश्चिम बंगाल से फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनवाकर भारतीय पहचान दस्तावेज हासिल किए थे। उसने यह भी स्वीकार किया कि अब तक वह लगभग 60 बांग्लादेशी महिलाओं को भारत ला चुका है। फारूक शेख के खुलासे के बाद पुलिस ने तीन अलग-अलग टीमें बनाकर भरुच और अंकलेश्वर के स्पा और गेस्ट हाउसों पर एक साथ छापे मारे। भरुच में नाज़िम खान के मुस्कान स्पा, मंगल बाजार स्थित रईस शेख के समाना गेस्ट हाउस और अंकलेश्वर में सुजीत कुमार के गोल्डन स्पा से 8 बांग्लादेशी और 2 पश्चिम बंगाल की महिलाओं को बचाया गया। रेस्क्यू की गई महिलाओं ने पुलिस को बताया कि वे रोजगार की तलाश में अवैध रूप से भारत आई थीं, लेकिन यहां उन्हें कोई वैध काम नहीं दिया गया। उन्हें जबरन देह व्यापार में धकेल दिया गया। पुलिस ने आरोपियों के पास से 5 मोबाइल फोन, बांग्लादेशी नेशनल आईडी कार्ड की प्रतियां और देह व्यापार से जुड़ा सामान बरामद किया है, जिसकी कुल कीमत करीब 65 हजार रुपये बताई गई है। भरुच पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ इम्मोरल ट्रैफिक प्रिवेंशन एक्ट, इमिग्रेशन एंड फॉरेनर्स एक्ट और भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस नेटवर्क में और कौन-कौन से एजेंट शामिल हैं और किन रास्तों से महिलाओं को भारत लाया जाता था। पुलिस मामले की विस्तृत जांच कर रही है। सतीश/14 दिसंबर