अंतर्राष्ट्रीय
15-Dec-2025
...


-मौत से पहले की हर हलचल और दिल की धड़कन तक को किया रिकॉर्ड टोक्यो,(ईएमएस)। जापान के उत्तरी द्वीप होक्काइडो में भालू के हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस घटना में जान गंवाने वाले पर्वतारोही के अंतिम पलों का खुलासा उसकी जीपीएस घड़ी से हुआ, जिसने मौत से पहले की हर हलचल और दिल की धड़कन तक को रिकॉर्ड किया। यह घड़ी सैटेलाइट के जरिए न सिर्फ उसकी लोकेशन, बल्कि हार्ट रेट भी ट्रैक करती थी। घटनास्थल से बरामद इस घड़ी के डेटा ने उस भयावह संघर्ष की पूरी कहानी सामने रख दी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 14 अगस्त की सुबह करीब 11 बजे वह पर्वतारोही तय ट्रेल पर आगे बढ़ रहा था। सब कुछ सामान्य दिख रहा था, लेकिन कुछ ही पलों में हालात बदल गए। जीपीएस डेटा बताता है कि अचानक उसने ट्रेल छोड़ दिया और तेजी से नीचे जंगल की ओर बढ़ने लगा। झाड़ियों के बीच उसके कदम इधर-उधर लड़खड़ाते नजर आए, मानो वह किसी जानलेवा खतरे से बचने की कोशिश कर रहा हो। विशेषज्ञों का मानना है कि यही वह क्षण था, जब उसका सामना भालू से हुआ। घड़ी में दर्ज हार्ट रेट के आंकड़े बताते हैं कि उस दौरान उसकी धड़कन असामान्य रूप से तेज हो गई थी, जो भय और संघर्ष की ओर इशारा करती है। कुछ ही देर बाद दिल की धड़कन रुक गई। इसका मतलब साफ था कि वहीं उसकी मौत हो गई। यह यहीं खत्म होता। कुछ घंटों बाद उसी जीपीएस घड़ी ने फिर से मूवमेंट रिकॉर्ड किया, जो कुछ सौ मीटर आगे तक गया। इससे आशंका जताई गई कि भालू दोबारा लौटा और मृत शरीर को घसीटते हुए दूसरी जगह ले गया। 15 अगस्त को अधिकारियों ने एक और दिल दहला देने वाला दृश्य देखा। एक भूरा भालू अपने दो शावकों के साथ मृत पर्वतारोही के शरीर को मुंह में दबाए ले जाता नजर आया। बाद में सुरक्षा कारणों से उस भालू और उसके दोनों शावकों को मार दिया गया। जब शव परिजनों को सौंपा गया, तो अधिकारियों ने माता-पिता से अनुरोध किया कि वे केवल चेहरे को ही देखें, क्योंकि शरीर के बाकी हिस्सों पर जख्म बहुत गहरे और डरावने थे। रिपोर्ट के मुताबिक इस साल जापान में भालू हमलों की संख्या रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुकी है। सिर्फ होक्काइडो में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है और 200 से ज्यादा घायल हुए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ग्रामीण इलाकों में इंसानी गतिविधियां बढ़ने और जंगलों के सिकुड़ने से भालुओं और इंसानों के बीच टकराव लगातार बढ़ रहा है, जो ऐसी दर्दनाक घटनाओं की वजह बन रहा है। सिराज/ईएमएस 15 दिसंबर 2025