23-Dec-2025
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नारायणपुर(ईएमएस)। नक्सल प्रभावित और सुदूर अबूझमाड़ क्षेत्र के धुरबेडा गांव में स्वास्थ्य सुविधा की एक बड़ी पहल सामने आई है। लंबे समय से बीमार चल रही 38 वर्षीय चैति को जीवनदान देने के लिए पहली बार 108 संजीवनी एम्बुलेंस गांव पहुंची। धुरबेडा निवासी चैति खून की भारी कमी और अत्यधिक कमजोरी के कारण चलने-फिरने में असमर्थ थीं। अबूझमाड़ क्षेत्र होने के कारण यहां न तो स्वास्थ्य सुविधा है और न ही सड़क या परिवहन की कोई व्यवस्था, जिसके चलते मरीज अस्पताल तक नहीं पहुँच पा रही थीं। जब गांव में नए फोर्स कैंप के जवानों की नजर चैति पर पड़ी, तो उन्होंने तुरंत स्थिति की गंभीरता को समझते हुए वायरलेस के माध्यम से 108 संजीवनी एम्बुलेंस से संपर्क किया। 108 जिला प्रबंधक गौतम कुमार ने मौके की संवेदनशीलता को देखते हुए टीम को गांव भेजने का निर्णय लिया। पायलट मिलन उसेंडी और ईएमटी कमलेश की टीम ने बिना पुल वाले नालों, खराब रास्तों और फंसने के खतरे के बावजूद गांव तक एम्बुलेंस पहुँचाई। कठिन परिस्थितियों में भी टीम ने हिम्मत नहीं हारी और घर पहुंचकर मरीज के वाइटल्स चेक किए। चैति को सुरक्षित रूप से एम्बुलेंस में शिफ्ट कर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। धुरबेडा में पहली बार 108 एम्बुलेंस की सेवा मिलने से ग्रामीणों में खुशी और भरोसा देखा गया। अबूझमाड़ के दूरदराज क्षेत्रों में भी स्वास्थ्य सुविधा की उम्मीद जगी है। ग्रामीणों ने इस पहल की सराहना की और इसे जीवनरक्षक कदम बताया है। सत्यप्रकाश(ईएमएस)23 दिसम्बर 2025