नई दिल्ली,(ईएमएस)। भारत के उपराष्ट्रपति सी पी राधाकृष्णन ने कहा है कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) अब भविष्य की अवधारणा नहीं, बल्कि वर्तमान की वास्तविकता है और नई प्रौद्योगिकी के प्रति निराशावादी होने की कोई जरुरत नहीं है। उन्होंने एआई विकास सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि जब कंप्यूटर का इस्तेमाल शुरू किया गया था, तब उनका विरोध किया गया लेकिन उन्होंने दुनिया को बदल दिया। उन्होंने यह भी कहा कि हर तकनीकी प्रगति के सकारात्मक और नकारात्मक, दोनों पहलू होते हैं और यह जिम्मेदारी हमारी है कि हम तकनीक का इस्तेमाल सकारात्मक और रचनात्मक तरीके से करें। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उपराष्ट्रपति ने यह रेखांकित किया कि एआई अब केवल भविष्य की कल्पना नहीं है, बल्कि वर्तमान की वास्तविकता है। उन्होंने कहा कि यह उपचार, जलवायु मॉडलिंग, शासन, शिक्षा, वित्त और राष्ट्रीय सुरक्षा समेत कई क्षेत्रों को प्रभावित कर रही है और समाज की प्रगति और व्यक्तियों के जीवन व कार्य करने के तरीके को नया रूप दे रही है। सिराज/ईएमएस 24दिसंबर25 ---------------------------------