गुना (ईएमएस)| गुना जिले के ग्राम अमरोद, उमरी, सिरसी एवं परसोदा के कुल 26 श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने का झांसा देकर एक दलाल के माध्यम से महाराष्ट्र के शोलापुर जिले के आसपास गन्ना कटाई कार्य हेतु ले जाया गया था। कार्य स्थल पर पहुँचने के बाद श्रमिकों को न तो अपेक्षित पारिश्रमिक मिला और न ही आवागमन अथवा स्वेच्छा से वापस लौटने की सुविधा उपलब्ध कराई गई, जिसके कारण वे वहाँ फँस गए और अपने गृह जनपद वापस नहीं आ पा रहे थे। प्रकरण की जानकारी मिलते ही कलेक्टर गुना किशोर कुमार कन्याल ने मामले की गंभीरता को दृष्टिगत रखते हुए तत्काल आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। कलेक्टर के निर्देशन में श्रम विभाग गुना द्वारा संबंधित जिलों एवं विभागों से समन्वय स्थापित कर त्वरित कदम उठाए गए। श्रम विभाग गुना के आशीष तिवारी श्रम पदाधिकारी, रामकुमार चौदहा श्रम निरीक्षक एवं मयंक भार्गव द्वारा निरंतर संपर्क, समन्वय एवं मैदानी प्रयासों के माध्यम से सभी 26 श्रमिकों को सकुशल गुना वापस लाया गया। सुरक्षित वापसी के उपरांत श्रमिकों की आवश्यकताओं का भी संज्ञान लिया गया। गुना आगमन के पश्चात सभी श्रमिक कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुँचे, जहाँ उन्होंने कलेक्टर श्री किशोर कुमार कन्याल से भेंट कर समय पर हस्तक्षेप एवं सुरक्षित घर वापसी सुनिश्चित करने के लिए जिला प्रशासन एवं श्रम विभाग के प्रति आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर कलेक्टर श्री कन्याल ने श्रम विभाग को निर्देशित किया कि इस प्रकरण में संलिप्त दलालों एवं मध्यस्थों के विरुद्ध प्रचलित श्रम कानूनों के अंतर्गत कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। साथ ही जिले में श्रमिकों को बहला-फुसलाकर बाहर ले जाने की गतिविधियों पर सतत निगरानी रखने के निर्देश दिए, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके। - सीताराम नाटानी