वर्ष एक फैसले अनेक’ के तहत शिक्षाक्षेत्र में तेजी से हुआ विकास जयपुर(ईएमएस)। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को राज्य सरकार के एक वर्ष पूर्ण होने पर आयेाजित ‘वर्ष एक फैसले अनेक’ विकास प्रदर्शनी में शिक्षा विभाग के स्टॉल पर ‘नवाचारों से गुणवत्तापूर्ण शिक्षाएवं शैक्षिक विकास की ऐतिहासिक पहल’ पुस्तिका का लोकार्पण किया। इस मौके पर जलदाय, ऊर्जा एवं संस्कृति मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला, सूचना एवं जनसम्पर्क मंत्री डाॅ. रघु शर्मा एवं शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा भी उपस्थित थे। शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने इस मौके पर कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में राज्य में पिछले एक वर्ष के दौरान शिक्षा क्षेत्र में तेजी से विकास हुआ है। सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा लगायी गयी प्रदर्शनी में शिक्षा विभाग के स्टॉल पर प्रदेश में पिछले एक वर्ष के दौरान शैक्षिक उन्नयन के हुए प्रयासों का सुंदर प्रदर्षन किया गया है। स्टॉल पर राजस्थान में नवाचारों को अपनाते हुए शिक्षा में तेजी से हुए विकास की रोचक गाथा संजोयी गयी है। शिक्षा मंत्री श्री डोटासरा ने मंगलवार को प्रदर्षनी स्थल पर ही शिक्षा क्षेत्र में हुए विकास के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि महात्मा गांधी की 150 वी जयंती पर प्रदेश के सभी 33 जिला मुख्यालयों पर प्रारंभ ‘महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम’ विद्यालयों का दायरा बढ़ाते हुए राज्य सरकार इन्हें ब्लॉक स्तर पर भी प्रारभ्भ करेगी। उन्होने कहा कि गरीब एवं जरूरतमंद बच्चो को अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा दिलाने का ऐतिहासिक निर्णय इसी राज्य सरकार ने लिया। इन विद्यालयों में इस समय 11 हजार 800 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया हुआ है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पिछली सरकार द्वारा एकीकरण के नाम पर बंद 2 हजार 685 स्कूलों को फिर से प्रारंभ करेगी। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही शीघ्र ही तृतीय श्रेणी शिक्षकों की नियुक्तियां भी प्रारंभ की जाएगी। शिक्षा मंत्री ने बताया कि राजस्थान में ‘वर्ष एक काम अनेक’ के तहत शिक्षा क्षेत्र में बुनियादी सुधार के साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया है। इसके साथ ही प्रदेश में नवाचार अपनाते हुए निरंतर ऐसे कार्य किए गए हैं जिससे सरकारी विद्यालयों की स्थिति में ही तेजी से सुधार नहीं हुआ है बल्कि विद्यार्थी हित में बस्ते का बोझ कम करने, अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा सभी को सुलभ कराने और शिक्षा में जन-सहभागिता पर अधिकाधिक ध्यान देते हुए राजस्थान को देश का विकसित शिक्षा राज्य बनाने के प्रयास हुए हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में सरकारी स्कूलों की बेहतरी के लिए किए प्रयासों से 6 लाख 18 हजार 366 नव प्रवेषित विद्यार्थियों का इस बार रिकॉर्ड नामांकन हुआ। श्री डोटासरा ने बताया कि विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी, उच्च शिक्षा के बेहतर अवसर और रोजगार से संबंधित जानकारियों के लिए देश में पहली बार किसी राज्य में राजीव गांधी कैरियर पोर्टल प्रारंभ किया गया। इसके अलावा शिक्षा में जन-सहभागिता के लिए बालसभाओं का सार्वजनिक स्थलों पर आयोजन करने की भी विशेष पहल की गयी। उन्होंने बताया कि वृक्ष मित्र अभियान के तहत 11 लाख 10 हजार 626 पौधे राज्य के विद्यालयों में लगाये गये। विद्यालयों के विकास, वहां की सतत मोनिटरिंके के अतर्गत शिक्षा मंत्री द्वारा ‘आओ चले विद्यालय की ओर’ अभियान की शुरूआत की गयी। पाठ्यपुस्तकों में शौर्य गाथाओं को सम्मिलित किया वहीं बालिकाओं के लिए आत्म रक्षा प्रशिक्षण को भी अनिवार्य किया गया। शिक्षा मंत्री ने कहा कि ऐसा राज्य में पहली बार हुआ है जब शिक्षा के साथ ही शिक्षकों के हितों को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने निरंतर एक वर्ष कार्य किया है। शाला दर्पण पोर्टल में शिक्षकों की समस्याओ के ऑनलाईन त्वरित निवारण के लिए ‘स्टाफ कॉर्नर की शुरूआत की गयी वहीं पुरस्कृत शिक्षकों को रियायती दर पर भूखंड एवं राज्य परिवहन की बसों में निःशुल्क यात्रा की सौगात भी राज्य सरकार ने दी। उन्होंने बताया कि शिक्षक भर्ती के अंतर्गत 48 हजार 543 शिक्षकों की नियुक्तियां प्रक्रिया में है और 2603 षिक्षक पदों पर नियुक्तियां प्रदान की जा चुकी है। राज्य सरकार ने संयुक्त निदेशक, उप निदेशक आदि के 11 हजार 873 पदों पर पदोन्नतियां भी प्रदान की है। श्री डोटासरा ने बताया कि राज्य में विद्यालयों के इन्सफ्राक्चर निर्माण की ऐतिहासिक पहल की गयी है। इसके तहत 14 हजार 51 कक्षा कक्षों, 23 नवीन भवनों के निर्माण तथा 83 भवनों की वृहद मरम्मत हेतु पहली बार 1581.83 करोड़ की स्वीकृति जारी। उन्होंने बताया कि ज्ञान संकल्प पोर्टल और मुख्यमंत्री विद्या दान के तहत 5 करोड़ के करीब राशि एकत्र हुई है। इस राषि से विद्यालय विकास की 78 परियोजनाओं पर कार्य चल रहा है। राज्य सरकार ने आर्थिक पिछड़ा, सामान्य वर्ग की कक्षा 12 की कुल 600 बालिकाओं को स्कूटी तथा 27 हजार 900 मेधावी विद्यार्थियों को लैपटॉप वितरित भी किए हैं। राज्य में विद्यार्थी स्टूडेन्ट कैडेट योजना की पहल की गयी है। धर्मेन्द्र 17 दिसम्बर 2019