जनसंख्या नियंत्रण कानून पर नेशनल प्रोग्राम बनाने की जरूरत -संजय गांधी इसे इमजेंसी में लेकर आए, प्रोग्राम अच्छा था पर समय और तरीका गलत था भोपाल (ईएमएस)। जनसंख्या नियंत्रण का मैं समर्थक हूं। यह देश हित में है। लेकिन इसके राजनीतिकरण का विरोधी हूं। संजय गांधी इमजेंसी के दौरान इसे लेकर आए। कार्यक्रम अच्छा था, लेकिन समय सही नहीं था और तरीका भी सही नहीं था। क्योंकि आपने दबाव बनाया, यही कारण रहा कि कांग्रेस को चुनाव में पराजय का सामना करना पड़ा। अब जो आप लेकर आ रहे हैं, वह वोट की राजनीति है। यह देश का प्रोग्राम है। आप सभी पार्टी को बुलाकर इस पर बात करें। यह बात शनिवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने इंदौर में प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में कही। उन्होंने कहा कि चाइना में 30 साल तक वन चाइना पॉलिसी चलाकर इस पर काबू पाया। देश जनसंख्या के कारण ही कई दशक पीछे चला गया। भाजपा से आग्रह की इस राष्ट्रीय मिशन को पार्टी के वोट इश्यू से ऊपर रखे। नहीं तो राष्ट्र फिर पिछड़ जाएगा। कमलनाथ को यदि जिम्मेदारी सौंपी जाती है तो इससे अच्छी बात कुछ नहीं होगी। तीसरी लहर के लिए हमें तैयार रहने की जरूरत राज्यसभा सांसद तंखा ने कहा कि महामारी की तीसरी लहर को लेकर हमें तैयार रहना चाहिए। उन्होंने कमलनाथ पार्टी के सबसे सीनियर लीडर हैं। यदि उन्हें नई जिम्मेदारी दी जाती है तो इससे अच्छी और कोई बात नहीं हो सकती। हालांकि यह फैसला हाईकमान को लेना है। कमलनाथ जी की क्षमता पर मुझे कोई डाउट नहीं है। उनके पास व्यवस्थाओं का भंडार है। नेशनल प्रोग्राम बनाने की जरूरत तन्खा से जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर कहा कि मैं देशभक्त हूं। यदि हम जनसंख्या नियंत्रण नहीं करेंगे तो हर साल एक नया ऑस्ट्रेलिया बन जाएगा। आप कितना भी विकास कर लो, गरीब-गरीब ही रहेगा। जनसंख्या बढ़ेगी तो आप उस हिसाब से संसाधन को नहीं बढ़ा सकते हैं। यह कानून देश हित में है, लेकिन इसे बनाने को लेकर राजनीति नहीं होना चाहिए। इसे नेशनल प्रोग्राम बनाइए। जनसंख्या नियंत्रण के लिए शिक्षा के साथ जागरूकता जरूरी है। केरल में एजुकेशन अच्छा होने से वहां की पॉपुलेशन ग्रोथ लंबे समय से जीरो बनी हुई है। कांग्रेस को लडऩा आता है कांग्रेस के प्रदर्शन को लेकर कहा जिस प्रकार समुद्र में हाईटाइड और लोटाइड की स्थितियां बनती हैं। उसी तरीके से राजनीति में भी स्थितियां बनती हैं। हम आशा कर रहे हैं कि कांग्रेस के पक्ष में जब हाईटाइड रहेगा, तो वह सत्ता में जरूर आएगी। हर देश में ऐसा होता आया है। यह एक व्यवस्था है। सब समय की बात है। कांग्रेस को लडऩा आता है। हम कुछ करते हैं तो 188 का केस लगा दिया जाता है। कोरोना से मृत व्यक्ति को सरकार सहायता राशि दे उन्होंने मध्य प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जिन व्यक्तियों की मौत कोरोना संक्रमण के कारण हुई है, उनके परिवारों को 4 लाख राहत राशि के रूप में मिलना चाहिए। यह राशि केंद्र सरकार ने निर्धारित की थी और उसे वापस ले लिया। इसी बात को लेकर और लोगों को उसका हक दिलाने के लिए हम न्यायालय की शरण में गए हैं। सरकार की इकोनॉमी गर्वनेंस बहुत कमजोर है उन्होंने कहा कि सरकार का इकोनॉमी गर्वनेंस बहुत कमजोर है। जब आप दिनभर मार्केटिंग में लग जाओगे तो सीरियस इश्यू को भूल जाओगे। इन कुछ सालों में आईबीआई के कई गवर्नर बदले। इकोनॉमिक एडवाइजर छोड़कर चले गए। आर्थिक स्थिति सही करना होगी तो इकोनॉमिस्ट की बात सुनना होगी। पहले नोटबंदी, फिर जीएसटी। जीएसटी को सिस्टम से लेकर आना था। यहां पर इकोनॉमिस्ट की बात सुना नहीं जाता है। विनोद/17जुलाई/ ईएमएस