अंतर्राष्ट्रीय
20-Jan-2023
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वॉशिंगटन (ईएमएस)। अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा और विमान निर्माता कंपनी बोइंग मिलकर एक प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं जिससे भविष्य की उड़ानें पर्यावरण के अनुकूल हो सकेंगी। नासा और बोइंग इस दशक में उत्सर्जन कम करने वाले सिंगल-आइजल विमान के निर्माण परीक्षण और उड़ान भरने के लिए सस्टेनेबल फ्लाइट डिमॉन्स्ट्रेटर प्रोजेक्ट पर एक साथ काम करने वाले हैं। नासा ने बयान में कहा कि नासा का लक्ष्य है कि बोइंग के साथ उनकी साझेदारी एक डिमॉन्स्ट्रेटर इंजन का उत्पादन और परीक्षण करने में मदद करेगी जो भविष्य की कमर्शियल एयरलाइंस और दुनियाभर के यात्रियों के लिए लाभकारी होगा। स्पेस एजेंसी को उम्मीद है कि 2030 तक ये तकनीक आम उपयोग में आ सकेगी। इस परियोजना पर नासा 42.5 करोड़ डॉलर का निवेश करेगा। वहीं बोइंग कंपनी और उसके साझेदार शेष राशि का योगदान करने वाले हैं। जिसका अनुमान लगभग 72.5 करोड़ डॉलर है। समझौते के तहत एजेंसी तकनीकी विशेषज्ञता और सुविधाओं में भी योगदान देगी। नासा के प्रशासक बिल नेल्सन ने कहा जब आप उड़ान भरते हैं तब शुरुआत से ही नासा आपके साथ होता है। नासा ने आगे तेज और ऊंचाई पर जाने का साहस किया है ऐसा करते हुए नासा ने उड्डयन को अधिक टिकाऊ और भरोसेमंद बना दिया है। ये हमारे डीएनए में है। नेल्सन ने कहा कि हमारा लक्ष्य भविष्य की कॉमर्शियल एयरलाइन को अधिक ईंधन कुशल बनाने पर्यावरण को फायदा पहुंचाने वाणिज्यिक विमानन उद्योग और दुनियाभर के यात्रियों को लाभ पहुंचाना है। इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गनाइजेशन ने 2050 तक नेट-जीरो कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य रखा है। आशीष/ईएमएस 20 जनवरी 2023