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05-Feb-2023
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जोशीमठ की तरह जम्मू-कश्मीर के डोडा में भी धंस रही जमीन जम्मू (ईएमएस)। जम्मू-कश्मीर में डोडा जिले के एक गांव के कई घरों में दरारें आने से लोग दहशत में हैं। डोडा जिले में स्थित किश्तवाड़-बटोटे नेश्नल हाईवे के पास थाथरी के नई बस्ती गांव में जिस तरह से कई घरों में दरारें दिख रही हैं, इसकी तुलना लोग उत्तराखंड के जोशीमठ में हुए भूधसांव से कर रहे हैं. हालांकि उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने डोडा के हालात की तुलना जोशीमठ के साथ करने से इनकार किया है। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शनिवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन हालात पर करीबी नजर रख रहा है और प्रभावित परिवारों को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। सिन्हा ने जम्मू स्थित राजभवन में एक समारोह से इतर संवाददाताओं से कहा कि सभी प्रभावित घरों को खाली करा लिया गया है और बहुत घबराने की जरूरत नहीं है। प्रशासन स्थिति पर कड़ी नजर रख रहा है और (पुनर्वास के लिए) हरसंभव कदम उठाए जाएंगे। यह पूछे जाने पर कि क्या प्रभावित गांव में जोशीमठ जैसी स्थिति है, उपराज्यपाल ने कहा कि बिल्कुल नहीं। नई बस्ती गांव के कुछ घरों में कुछ दिन पहले दरारें आनी शुरू हो गई थीं, लेकिन गुरुवार को भूस्खलन से स्थिति और खराब हो गई, जिससे प्रभावित घरों की संख्या 21 तक पहुंच गई। यहां दरारें आने के बाद 3 घर ढह गए, जबकि 18 अन्य घर असुरक्षित पाए गए हैं। इसके चलते इस गांव के ज्यादातर घरों को खाली करवा लिया गया है और लोगों को राहत शिविरों में भेजा जा रहा है। हालांकि अभी भी कुछ ऐसे परिवार हैं, जो अपने आशियाने को छोड़कर नहीं जा रहे। ऐसे में जम्मू-कश्मीर पुलिस इन परिवारों को समझाने में जुटी है कि यहां बेहद ज्यादा खतरा है। पुलिस लोगों को समझा रही है कि यहां पर लगातार हो रहे भूधंसाव की वजह से किसी भी समय कोई बड़ा हादसा हो सकता है, इसीलिए एहतियातन वे यहां से चले जाइए। वहीं इस घटना से प्रभावित जाहिदा बेगम ने कहा कि वह 15 साल से गांव में रह रही हैं और घरों में दरारें देखकर हैरान हैं। उन्होंने प्रभावित परिवारों के उचित पुनर्वास की मांग करते हुए कहा कि गांव में 50 से अधिक परिवारों में घबराहट है। गुरुवार के भूस्खलन के बाद अधिकांश घरों में दरारें आ गईं। दिलीप/ईएमएस, 5 जनवरी 2023