राष्ट्रीय
07-Feb-2023
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नई ‎दिल्ली (ईएमएस)। टाटा ग्रुप ने और एक वर्ष के लिए सरकारी बैंकों से लोन लेने का फैसला किया है। टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयर इंडिया भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) और बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) से एक साल के लिए मौजूदा लोन को पुनर्वित्त करने के लिए 18,000 करोड़ रुपए का लोन लेगी। भले ही यह लंबे समय के कर्जों को टैप करने की योजना बना रही हो। जनवरी 2022 में टाआ संस ने एसबीआई से 10,000 करोड़ रुपए का लोन लिया और बैंक ऑफ बढ़ोदा (बीओबी) से 5,000 करोड़ रुपए का लोन 4.25 फीसदी की ब्याज दर पर लिया था। भारतीय रिजर्व बैंक ने तब से अपनी बेंचमार्क दरों में 225 आधार अंकों की बढ़ोतरी की है। नतीजतन, नवीनतम ऋण लगभग 6.50 फीसदी आंका गया है। गौरतलब है ‎कि एक आधार अंक 0.01 प्रतिशत अंक होता है। वहीं एसबीआई, बीओबी और एयर इंडिया के प्रवक्ताओं ने टिप्पणी मांगने वाले ईमेल का जवाब नहीं दिया। लेन-देन के बारे में जानने वाले एक दूसरे व्यक्ति ने कहा कि टाटा के अधिग्रहण के बाद से पुनर्गठन परिचालन अभी भी एयरलाइन के भीतर आकार ले रहा है और कंपनी मजबूत बैंकिंग साझेदारी को देखने से पहले सभी औपचारिकताओं को पूरा करना चाहती है, जो इसमें सार्वजनिक क्षेत्र और निजी क्षेत्र के बैंकों का मिश्रण शामिल होने की संभावना है। टाटा समूह अपनी विभिन्न विमानन इकाइयों के विलय पर काम कर रहा है, जिसमें एयरएशिया इंडिया और विस्तारा शामिल हैं। सिंगापुर एयरलाइंस के साथ टाटा का उपक्रम है। प्रक्रिया पूरी होने के बाद सिंगापुर की वाहक की 25 प्र‎तिशत हिस्सेदारी होगी। भविष्य में एयर इंडिया के लिए समूह की योजनाओं के लिए विलय की औपचारिकताओं को पूरा करना एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है क्योंकि प्रकृति और धन की राशि तब तक स्पष्ट हो जाएगी। इसलिए बैंक 2023 में कुछ समय बाद इस टॉप-रेटेड कॉर्पोरेट लोन के लिए एक पाई का इंतजार करेंगे।