लेख
08-Feb-2023
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न जाने कितने ही पल ऐसे होते हैं जीवन में, जब बहुत से काम छूट जाते हैं। किंतु आपाधापी होती है जीवन के? कभी घर की, कभी दुकान की, कभी नौकरी की, कभी सामाजिक और कभी अपने उलझे मन की। इन आपधापियों के पीछे जीवन के महत्वपूर्ण पल और कार्य छूट जाते हैं। रमेश ऑफिस के लिया, आज लेट हो गया निकलने में, क्युकी बच्चो को तैयार करना और उनके स्कूल का कुछ वर्क था जिससे करने में समय का पता ही नहीं चला, आज ऑफिस में जरूरी मीटिंग हैं, जिसमे रमेश को प्रेजेंटेशन भी देना है, अभी उस प्रेजेंटेशन की तैयारी कहां हो पाई थी? ऑफिस पहुंचते ही उस प्रेजेंटेशन का बोझ ने मन को आपधापी में खड़ा कर दिया। जैसा हो जाए वैसा कर लें। हुआ भी प्रेजेंटेशन, लेकिन मजा किसी को नहीं आया। कारण तो स्पष्ट था। ऐसे में, रमेश क्या करना चाहिए? जिससे ऐसी आपाधापी से बचा जा सके। तब मन में कुछ सॉल्यूशन आए हैं, जिन्हे आपके साथ शेयर कर रहा हूं– एक बहुत सोच के साथ जब सुबह उठे, तो बिस्तर पर ही चार्ट बना ले, आज क्या–क्या करना है? और कौन से कार्य को प्राथमिकता देना? किस कार्य को कल पर छोड़ा जा सकता है? कुछ कार्य हम ऑफिस या दुकान से आने के बाद भी निपटा सके तो हमारे आने वाले दिन का समय बच सकता हैं। यदि कार्य ज्यादा हैं तो सोकर उठने के समय में से कुछ समय कम करें, और पूरा कार्य निपटा लें। सन्डे या अन्य हॉलीडे का उपयोग भी, हम केवल मौज मस्ती और रेस्ट के लिए माने, अपितु उस दिन की भी एक लिस्ट हमारे पास हो, जिससे हम अपने कार्य निपटा सके। आपाधापी उलझने पैदा करती है और उलझने जीवन को सुलझने नहीं देती हैं इसलिए इस बात का ध्यान रखें आपधापी नहीं, योजना से कार्य करना है। बोझ कम हो जायेगा जीवन का। ऐसे ही एक महिला, चाहे मात्र गृहणी हो, वर्किंग लेडी हो, निश्चित ही उसको भी अपनी कार्य योजना बनानी पड़ेगी। उसके जीवन में दोहरी भूमिका का निभाना होता है। घर और ऑफिस, दोनों जगह उसे सजगता रखनी पड़ती है। ऐसे में, आपकी कार्य योजना आपको सदा प्रसन्न रखेगी, उलझनों से बचाएगी, और सुख चैन की नींद दिलाएगी। मित्रो! आपधापी जीवन को उलझा देती है, हम इससे बचे और शानदार कार्य योजना के साथ जीवन को जिएं। (राष्ट्रपति सम्मानित) .../ 8 फरवरी 2023